Durva Grass Benefits: दूब घास जिसे दूर्वा घास भी कहा जाता है. यह सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती है. इसे पूजा-पाठ में भी इस्तेमाल किया जाता है. यह घास औषधीय गुणों से भरपूर है और आयुर्वेद के अनुसार इसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है. इसमें एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं.
दूब या दूर्वा घास कब्ज के इलाज में बहुत मददगार होती है। अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो सुबह खाली पेट दूब का जूस पीना फायदेमंद होता है। इससे कब्ज की समस्या दूर होती है और पेट स्वस्थ रहता है। दूब का जूस पीने से मल त्याग करना भी आसान होता है।
जब किसी को हाई ब्लड शुगर की समस्या होती है, तो उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन दूब घास का सेवन करके डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए नीम के साथ दूब घास का जूस मिलाकर पिया जा सकता है. यह जूस ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है और इंसुलिन स्पाइक को रोकता है.
दूब में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो स्किन के लिए बहुत उपयोगी होते हैं. इसलिए दूब घास का सेवन करके त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है. अगर आपको खुजली, जलन या रैश है, तो दूब का रस हल्दी के साथ मिलाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं. यह त्वचा को शांति देता है और समस्याओं को कम करने में मदद करता है.
व्यक्ति के शरीर की कमजोर इम्यूनिटी के कारण वह आसानी से बीमार पड़ सकता है. जबकि मजबूत इम्यूनिटी होने पर उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और वह बीमारियों का खतरा कम होता है.
दूब घास की पहचान करना बहुत ही आसान होता है. इसकी ऊंचाई लगभग 6 से 7 इंच तक होती है. यह जमीन पर फैलकर बढ़ती है जबकि कुश घास लंबी और सीधी बढ़ती है. दूब घास को संस्कृत में दूर्वा कहा जाता है.
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