भागलपुरः भागलपुर के जगदीशपुर स्थित सैनो मध्य विद्यालय में मिड डे मील खाने से एक दर्जन बच्चे बीमार हो गए. उन्‍हें उल्‍टी आने के साथ ही पेट में दर्द और चक्‍कर आने की शिकायत आने लगी. स्थिति बिगड़ता देख आनन-फानन में बच्चों को जगदीशपुर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. फिलहाल सभी बच्चों की हालत में सुधार है. मिड डे मील के तहत दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्‍ता को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है. बता दें कि प्रशासन की ओर से जगदीशपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार अपने दल बल के साथ बच्चों के इलाज कराने में तत्पर दिखे. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.


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पहले भी कई बार हो चुकी है इस प्रकार की घटनाएं
ग्रामीणों ने कहा कि यह वाकया इस विद्यालय में कई बार हो चुका है. कभी चावल में पिल्लू निकलना, तो कभी छिपकली निकलना, हमलोगों ने कई दफे इस पर आवाज उठाई लेकिन प्राचार्य इस पर ध्यान बिल्कुल भी नहीं देते. बीमार बच्चों में खुशी कुमारी,पल्लवी कुमारी, प्रिंस कुमार, दीपक कुमार, कोमल कुमारी, जयंत कुमार, सुमित कुमार, गोपाल ताती, रानी कुमारी, मुन्ना कुमार, रूबी कुमारी, संजू कुमारी के अलावा अन्य बच्चे भी शामिल है. जिसका इलाज जगदीशपुर के स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है. 


बच्चों की हालत में हो रहा सुधार
बता दें कि मिड डे मील खाने के बाद कई छात्र-छात्राएं बीमार पड़ गए. खाने के तुरंत बाद ही सभी ने पेट में दर्द, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत की. शिक्षकों ने आनन-फानन में बच्चों को जगदीशपुर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. बच्चियों का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि अब सभी खतरे से बाहर हैं. स्कूल प्रशासन का कहना है कि खाना स्‍कूल में नहीं बनता है. एक एजेंसी इसकी आपूर्ति करती है.


परिजनों ने किया प्रदर्शन
यह घटना पहली नहीं है. इससे पहले भी मिड डे मील को लेकर पहले भी घटनाएं हो चुकी है. स्कूल में मिड डे मील से नाराज लोगों ने शिक्षा विभाग और स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी कर प्रदर्शन किया.


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