MGNREGA Scam: एक ऐसा पंचायत जहां मृत इंसान कर रहे हैं मनरेगा में काम, जांच के दिए गए आदेश
MGNREGA Scam: बिहार के भागलपुर में बड़ा सरकारी घोटाला सामने आया है. जिले के गोराडीह प्रखंड के मुरहन पंचायत में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है.
भागलपुर:MGNREGA Scam: बिहार के भागलपुर में बड़ा सरकारी घोटाला सामने आया है. जिले के गोराडीह प्रखंड के मुरहन पंचायत में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. जहां 150 से भी ज्यादा मृत व्यक्तियों के नाम पर जॉब कार्ड बने हुए हैं और उन्हें अभी भी सरकारी राशि से मजदूरी मिल रही है. सरकारी खजाने के लूट का ये खेल 2016 से ही चल रहा है. इस बात का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर आजाद ने किया है.
2016 से चल रहा घोटाला
चंद्रशेखर आजाद बताया कि मुरहन पंचायत में 100 से अधिक मजदूर ऐसे हैं जिनकी मृत्यु 15 से 20 वर्ष पहले हो चुकी है और आज के तारीख में मनरेगा में वो कार्य कर रहे हैं. मृत आदमी के नाम पर मनरेगा में एंट्री की गई है और राशि निकाली गई है. ये काम 2016 से चल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति को दो- दो जॉब कार्ड दिया गया है और किसी घर में पति-पत्नी दोनों का कार्ड है. ये घोटाला करोड़ों का बताया जा रहा है. बता दें कि मुरहन पंचायत में मतदाताओं की संख्या 4773 है जबकि 5757 के नाम पर जॉब कार्ड बनया गया है. मृतक मनरेगा मजदूर के बेटे चमकलाल गोस्वामी की मानें तो उनके पिता की मौत 20 वर्ष पहले हो चुकी है, लेकिन मनरेगा से राशि का भुगतान किया जा रहा है. इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
मुरहन पंचायत के पूर्व मुखिया विजय मंडल ने इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. आरटीआई कार्यकर्ता माफिया और दलाल है. मेरे ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं वो निराधार है. वहीं शिकायतकर्ता ने इस घोटाले की सूचना जिलाधिकारी व डीडीसी को दी. डीडीसी ने डीआरडीए के निदेशक को पूरे मामले की जांच के लिए लगाया है. निदेशक प्रमोद पांडे ने बताया कि मामले की शिकायत मिली थी इसके बाद जांच कर रहे हैं अगर शिकायत सही साबित हुई तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.