भागलपुरः बिहार के भागलपुर जेल में कैदियों की मौत की खबर अक्सर सुर्खियों में रहती है. ताजा मामला नवगछिया जेल से सामने आया है. बताते चलें कि नवगछिया जेल में बंद कैदी रोहित दास के पुत्र संतोष दास की इलाज के दौरान जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल मायागंज में मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे परिवार के लोगों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने और हत्या का आरोप लगाया है. 


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जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप 
वहीं कैदी मृतक संतोष कुमार की पत्नी का कहना है कि जेल के अंदर मेरे पति को जहर की सुई देकर पुलिस वालों ने मार दिया है. अब मैं किसके सहारे इन बच्चों को लेकर जिऊंगी. वहीं परिवार के लोगों ने जेल प्रशासन पर सूचना देर से देने की लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है. ऐसी वारदात पहली बार जेल के कैदियों के साथ नहीं हुई है. ऐसी घटनाएं कई दफा हो चुकी हैं. 


हत्याकांड मामले में पुलिस ने किया था गिरफ्तार 
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक कैदी बिहपुर थाना क्षेत्र के सोनबरसा का रहने वाला था और तीन माह पहले ही उसे हत्याकांड मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा था. आज अचानक जेल में उसकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद जेल अधिकारियों के द्वारा उसे जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. 


15 दिन से परिजन नहीं गए थे मिलने 
वहीं मौत के बाद परिजन जेल में उसकी हत्या की बात कह रहे हैं. परिजनों का कहना है कि पिछले 15 दिन से वे लोग मृतक कैदी से मिलने जेल नहीं गए थे. वहीं परिजनों का आरोप है कि जब तबीयत खराब थी तो जेल प्रशासन ने परिजनों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी. वहीं परिजन मौत को लेकर जांच की मांग कर रहे हैं.
(रिपोर्ट-अजय कुमार)


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