ग्रामीण बोले- शिक्षा से समझौता नहीं भ्रष्ट प्रधानाध्यापक को निलंबित करें प्रशासन, जानें पूरा मामला
छात्रों की सूचना पर बीते दिनों जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था, निरीक्षण के दौरान भी छात्रों ने प्रधानाध्यापक के द्वारा अवैध वसूली की शिकायत की गई थी एवं निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के सामने लिपिक ने कई राज प्रधानाध्यापक का खोला था.
मुंगेर: टेटिया बंबर प्रखंड क्षेत्र के जगन्नाथ उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को बर्खास्त किए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा से समझौता नहीं भ्रष्ट प्रधानाध्यापक को अभिलब निलंबित करो के नारों के साथ दर्जनों ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में आक्रोश मार्च निकाला एवं आयुक्त को दिए ज्ञापन में इन्हें बर्खास्त करने की मांग की.
राजन कुमार ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा छात्रों के नामांकन एवं पंजीयन तथा एसएलसी देने के नाम पर अवैध रुपए की वसूली की जाती है. जिसका छात्रों ने भी कई बार विरोध किया था. छात्रों की सूचना पर बीते दिनों जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था, निरीक्षण के दौरान भी छात्रों ने प्रधानाध्यापक के द्वारा अवैध वसूली की शिकायत की गई थी एवं निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के सामने लिपिक ने कई राज प्रधानाध्यापक का खोला था. जिसमें विद्यालय का नामांकन पंजी से लेकर तमाम कागजात अपने आवास पर रखे जाने की शिकायत की थी.
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जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा था जिसमें 15 दिनों के अंदर जवाब देने की बात कही गई थी. छात्रों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक के द्वारा नामांकन एवं पंजीयन के दौरान 200 से 300 रुपये की अवैध वसूली की जाती है. वहीं आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापक के द्वारा 16 वर्षों से इस तरह की अवैध वसूली की जा रही है, जिसका उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. जब तक प्रधानाध्यापक को यहां से हटाया नहीं जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक वीरेंद्र यादव ने बताया कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. अभी ना नामांकन का समय है न पंजीयन का समय ऐसे में छात्रों से अवैध वसूली का सवाल ही नहीं उठता है. उन्होंने कहा कि विद्यालय के कागजात आवास पर रखने की बात तो यह भी बात मनगढ़ंत है विद्यालय के तमाम कागजात विद्यालय के गोदरेज में रहता है और उसकी चाबी भी विद्यालय में ही मौजूद होती है.
इनपुट- प्रशांत कुमार
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