पटना: बीजेपी के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को संसद में पेश अंतरिम बजट को केंद्र सरकार का दूसरा 'सर्जिकट स्ट्राइक' बताया. बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह बजट सर्जिकल स्ट्राइक जैसा है, जिससे विपक्ष की बोलती बंद है. 


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उन्होंने कहा, "नरेन्द्र मोदी सरकार के सर्वस्पर्शी बजट में किसान, श्रमिक, असंगठित क्षेत्र के मजदूर व मध्यम वर्ग का खास ख्याल रखा गया है, जिसका सर्वाधिक लाभ बिहार जैसे राज्य को मिलेगा, जहां 91 प्रतिशत लघु व सीमांत किसान हैं. खास तरह के इस सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बजट से विपक्ष की बोलती बंद है."


 



मोदी ने कहा, "वर्ष 2019-20 में 75 हजार करोड़ रुपये खर्च कर दो हेक्टेयर तक जोत वाले देश के 12 करोड़ किसानों को सरकार उनके खाते में 6-6 हजार रुपये देगी, जिसका सर्वाधिक लाभ बिहार जैसे राज्य को मिलेगा, जहां जोत का औसत आकार 0.84 हेक्टेयर है. इसी प्रकार पशुपालन व मत्स्यपालन के किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की तर्ज पर चार प्रतिशत ब्याज पर मिलने वाले कर्ज का लाभ भी बिहार को सर्वाधिक होगा." 


उन्होंने कहा कि आयकर की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ा कर पांच लाख रुपये करने से मध्य वर्ग के लोगों को बड़ी राहत मिली है. इस बीच, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राम कृपाल यादव ने भी बजट को आम गरीब, मजदूर और किसानों का बजट बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया. 


उन्होंने कहा कि यह बजट नए भारत के निर्माण की दिशा में बढ़ाया गया सार्थक और सशक्त कदम है. आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था, आधारभूत संरचना एवं कृषि के लिए मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आजीविका के लिए राशि में वृद्धि की है. 


उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास की मुहिम के तहत समाज की अंतिम कतार में बैठे लोगों तक विकास का लाभ पहुंचा रही है. रोटी-कपड़ा-मकान और किसान मोदी सरकार की प्राथमिकता हैं.