बिहारः आईटीआई संस्थान में छात्रों से फर्जीवाड़ा, अधर में अटका भविष्य
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बिहारः आईटीआई संस्थान में छात्रों से फर्जीवाड़ा, अधर में अटका भविष्य

बिहार के नालंदा जिले में स्थित आईटीआई संस्थान में दाखिले के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. छात्रों ने इस मामले में नजदीकी थाने और मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करायी है. 

नालंदा में आईटीआई संस्थान ने छात्रों के साथ फर्जीवाड़ा किया है.

नालंदाः बिहार के नालंदा जिले में स्थित आईटीआई संस्थान में दाखिले के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. छात्रों ने इस मामले में नजदीकी थाने और मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करायी है. आरोप है कि अंतिम सेमेस्टर में संस्थान के निदेशक द्वारा 20 से 25 हजार रुपए की मांग की जा रही है.

छात्रों ने आईटीआई संस्थान की निदेशक रुकमणी देवी के किलाफ नाजायज राशि मांगने के आरोप लगाकर लिखित शिकायत दर्ज करायी है. छात्रों का कहना है कि रुकमणी दवी ने धमकी दी है कि पैसा नहीं देने पर उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा. और सभी लोगों को परीक्षा भी नहीं देने दिया जाएगा. जबकि, हमलोगों ने पूरा पैसा पहले ही जमा कर दिया है.

वहीं, इस मामले में निदेशक सचिदानंद प्रसाद का कहना है कि वैसे छात्रों को नोटिस दिया गया है जिन छात्रों ने पूरा पैसा जमा नहीं किया है. जब तक पूरी पेमेंट नहीं मिल जाती फॉर्म भरने नहीं दिया जाएगा.

दरअसल यह पूरा मामला इस आईटीआई संस्थान से जुड़े एक कर्मी के कारण हो रहा है. जमुई जिले का रहने वाला कर्मी गुंजन ने गया के वजीरगंज में बाबा घनश्याम प्राइवेट आईटीआई के नाम से फर्जी संस्था खोल रखा है. जब कोई छात्र इनके संपर्क में आता है तो छात्रों को यह रुकमणी देवी आईटीआई में नामांकन करवा देता है. जिसके बदले उसे संस्थान द्वारा कमीशन के तौर पर मोटी रकम देती है.

उन्होंने सत्र 2016 से 18 के लिए गया जिले के विभिन्न क्षेत्रों के करीब 40 छात्रों का नामांकन इस संस्थान में कराया और सभी छात्रों से 20 से 25 हजार रुपये वसूल लिये. लेकिन संस्थान में उसने महज प्रत्येक छात्रों के नाम पर 7-7 हजार रुपए ही जमा कराये. अब अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा के फॉर्म का डेट निकला तो सभी छात्रों को बकाया राशि जमा करने का नोटिस भेजा गया. इस पर छात्र जब संस्थान पहुंचे तो उन्हें पूरी रकम जमान नहीं होने की बात बतायी गयी.

मामला थाने में दर्ज कराने के बाद पुलिस ने संस्थान में पूछताछ की तो सारा मामला सामने आया. अब पुलिस जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. लेकिन सवाल है कि इन छात्रों का भविष्य फिलहाल खतरे में आ गया है. बिहार में पहले ही आईटीआई संस्थान में फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी साफ कहा है कि प्रदेश में आईटीआई संस्थान के नाम पर खेल जारी है.