Nawada: बिहार के नवादा के अलग-अलग क्षेत्रों में मौत का मातम जारी है. जिला प्रशासन ने शनिवार को माना है कि पिछले पांच दिनों में 15 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. जिला प्रशासन ने यह भी स्वीाकर किया है प्रथम दृष्टया जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका की बात सामने आई है, लेकिन रिपोर्ट आने पर ही इसकी पुष्टि की जा सकती है. इस बीच, इस मामले में एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.


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नवादा के जिला अधिकारी यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक डी एस सावलाराम ने शनिवार की शाम एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जिला मुख्यालय के आस-पास के इलाकों में बीते पांच दिनों में 15 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में अलग-अलग 7 प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं और पूरे मामले की जांच की जा रही है. 


उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया जहरीली शराब से मौत की आशंका नजर आ रही है, लेकिन पोस्टमार्टम, बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.


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इधर, उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के पुलिस महानिरीक्षक अमृत राज ने भी कहा, 'खुफिया रिपोर्ट के आधार पर, समीक्षा के आधार पर छापेमारी की गई, उससे प्रथम दृष्टया यह लगता है कि जो मौतें हुई हैं, उसमें जहरीली शराब की संभावना हो सकती है, लेकिन इसकी संपुष्टि तभी कर सकते हैं जब बिसरा रिपोर्ट और केमिस्ट की रिपोर्ट आ जाए.'


उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए जिला प्रशासन द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारी शामिल हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जांच को तर्कपूर्ण अंत तक ले जाया जाएगा. उल्लेखनीय है कि विपक्ष शराबबंदी को लेकर पहले से ही सरकार पर निशाना साध रही है. इस मामले की सामने आने के बाद विपक्ष को और एक मुद्दा मिल गया है.


(इनपुट-आईएएनएस)