पटना : बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय इन दिनों मिशन टॉप-50 पर काम कर रहे हैं. टॉप 50 यानी राज्य के 50 कुख्यात अपराधियों को ठिकाने लगाने की तैयारी. व्यवसायी गुंजन खेमका हत्याकांड के शूटर की गिरफ्तारी से उत्साहित डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने साफ कर दिया है कि जो व्यवसाइयों को डराने की कोशिश करेगा, बिहार पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं. 


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व्यवसायी गुंजन खेमका हत्याकांड के शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामले में कई हाइप्रोफाईल लोगों के भी नाम सामने आ सकते हैं. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने इस बात के संकेत दिये हैं.


जी मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने कहा है कि मामले में शामिल कुछ अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है. मुख्य शूटर काफी खतरनाक और शातिर अपराधी है. उसका लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. सीबीआई की ओर से चार्जशीटेड है. चूंकि मामले में अनुसंधान अभी जारी है इसलिए ज्यादा कुछ नहीं बताया जा सकता है. लेकिन इतना जरुर है कि वैशाली पुलिस और सीआईडी ने इस केस में अच्छा काम किया है. दोनों ही टीम धन्यवाद के योग्य हैं. ये बिहार पुलिस के लिए बड़ी सफलता है. 


डीजीपी ने व्यवसाइयों के बीच दहशत फैलाने से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बिहार में जो भी अपराधी व्यवसाइयों को डराने, धमकाने, अपहरण और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देगा पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं.


लॉ एण्ड आर्डर को लेकर उठाये जा रहे सवालों पर डीजीपी ने कहा कि बिहार 12 करोड़ आबादी वाला राज्य है. छोटी-बड़ी घटनाएं तो होंगी ही. हमारी कोशिश है कि घटना के बाद अपराधी बचकर न जा सके. व्यवसायी वर्ग को डराने धमकाने वाले शातिर 50 कुख्यात अपराधियों की सूची पुलिस तैयार कर चुकी है. इनके बारे में पड़ताल की जाएगी कौन जेल में है और कौन बाहर. इसके बाद कड़ी कार्रवाई होगी. डीजीपी ने कहा कि ऐसे अपराधियों को संरक्षण देनेवाले और ऐसे अपराधियों की जमानत लेने वालों को भी पुलिस अब छोड़ेगी नहीं.