Bihar: MLA ने लिखा, 'सीतामढ़ी में अपराध की पराकाष्ठा हो चुकी है, जिले में किसी युवा और गतिशील पुलिस कप्तान की जरुरत है. सिर्फ सीतामढ़ी में ही नहीं बल्कि नेपाल से सटे सभी जिलों में तेजतर्रार SP की नियुक्ति को MLA ने जरूरी बताया है.'
Trending Photos
Patna: सीतामढ़ी में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी के विधायक मिथिलेश कुमार की एक चिट्ठी ने सियासी बवाल खडा कर दिया है. मिथिलेश कुमार ने सीतामढ़ी में कानून-व्यवस्था की बुरी स्थिती को लेकर मुखयमंत्री को पत्र लिखा है. पत्र में बीजेपी विधायक ने जिले के एसपी को बदलने की मांग कर डाली है. जिस पर सियासत गर्म हो गयी है. जेडीयू एमएलसी रीना कुमारी ने बीजेपी के विधायक की शैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
चिट्ठी पर मचा सियासी बवाल
दरअसल, बीजेपी विधायक मिथिलेश कुमार की चिट्ठी इन दिनों सियासी गलियारे में बवाल खड़े कर रही है. मिथिलेश कुमार ने अपनी सरकार के कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सीतामढी के विधायक ने सीएम को पत्र लिखकर संदेश भेजा है. बीजेपी विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि 'सीतामढ़ी में अपराध की पराकाष्ठा हो चुकी है, जिले में किसी युवा और गतिशील पुलिस कप्तान की जरुरत है. सिर्फ सीतामढ़ी में ही नहीं बल्कि नेपाल से सटे सभी जिलों में तेजतर्रार एसपी की नियुक्ति को विधायक ने जरूरी बताया है.'
NDA सरकार में कार्रवाई करने में दिखाई जा रही ढिलाई
बीजेपी विधायक ने लिखा है कि वो खुद भी सीएम से पहले भी इस मामले को लेकर मिल चुके हैं. NDA सरकार में आपराधिक घटना के बाद कार्रवाई में शिथिलता बरती जा रही है. जो चिन्ताजनक है. उनके क्षेत्र की जनता दहशत में जी रही है, जो किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए चिंता का विषय है. बीजेपी विधायक के इस पत्र के बाद प्रतिक्रिया का दौर शुरु हो गया है.
CM से RJD ने मांगा जवाब
RJD विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा है कि पहले हमलोग कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते थे तो कहा जाता था कि विपक्ष नकारात्मक राजनीति करता है. लेकिन अब जब नीतीश कुमार के सहयोगी ही उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो उन्हें जवाब देना चाहिए. बीजेपी विधायक सरकार के मंत्री नीरज बब्लू ने भी विधायक की बातों का जायज ठहरा दिया है.
BJP बोली कोई गलत बात नहीं
नीरज बब्लू ने कहा है कि अगर कोई विधायक अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर आवाज उठाता है तो इसमें कोई बुरी बात नहीं है. लेकिन जेडीयू नेताओं ने विधायक के पत्र की शैली पर सवाल खड़े किए है. जेडीयू एमएलसी रीना कुमारी ने कहा है कि विधायक की सोच क्या है वो नहीं बता सकती. लेकिन सीधे किसी IPS अधिकारी को हटा देने की बात कहना ये बिलकुल सही नहीं है. हालांकि, एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्होंने पत्र लिखा है तो ये अधिकार सभी जनप्रतिनिधि को है लेकिन विधायक का तरीका सही नहीं है.
शार्ट ऑउट करने में जुटा NDA
इधर, JDU-BJP के बीच लॉ एंड आर्डर को लेकर उठे रहे विवाद को पार्टी के सीनियर लीडरों ने शार्टऑउट करने की भी कोशिश कर दी है. जेडीयू नेता मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी विधायक की चिट्ठी को किसी भी लहजे से गलत मानने से इन्कार कर दिया है. वहीं, श्रवण कुमार भले ही मामले को सुलझाने में लगे हों. लेकिन बीजेपी विधायक के पत्र ने बता दिया है कि लॉ एंड ऑर्डर के मसले पर बीजेपी के खेमे में भी बेचैनी का आलम है. लेकिन गठबंधन की मजबूरी के कारण बीजेपी के नेता खुलकर बोलने में परहेज कर रहे हैं.