28 फरवरी तक चलने वाली मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होंगे. पहली बार परीक्षार्थियों के लिए खास पहल भी की गई है.
Trending Photos
पटना: बिहार में मैट्रिक परीक्षा 21 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. 28 फरवरी तक चलने वाली मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होंगे. पहली बार परीक्षार्थियों के लिए खास पहल भी की गई है. परीक्षा में 16 लाख 60 हजार 609 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. खास बात यह है कि इस बार छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या अधिक है.
इंटर की परीक्षा बिहार इस बार कमोबेश कदाचार मुक्त हुई है और बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का दावा है कि इस बार भी परीक्षा कदाचार मुक्त होगी और नतीजों का ऐलान भी समय से होगा. दरअसल पिछली बार नतीजों का ऐलान सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के मुकाबले काफी देर से हुआ था जिस वजह से छात्रों को देश की दूसरी यूनिवर्सिटी में दाखिला कराने के लिए काफी परेशानी हुई थी.
दरअसल पिछली बार तक ओएमआर आंसर सीट पर छात्रों को सभी जानकारी भरनी होती थी इस बार ऐसा नहीं है. इस बार आंसर सीट पर पहले से ही छात्रों के रौल नंबर, रौल कोड,परीक्षार्थी का नाम, विषय कोड, विषय का नाम, पंजीयन संख्या और परीक्षा की तिथि लिखी हुई होगी. जाहिर है इससे छात्रों का समय काफी बचेगा. लेकिन यहां छात्रों को विशेष तौर से ये ध्यान रखना होगा कि जो आंसरसीट उन्हें दी गई है वो उनकी ही है.
परीक्षार्थियों को हर हाल में परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले परीक्षा केन्द्र में दाखिल होना होगा. इसके बाद उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पिछले साल तक परीक्षार्थियों को एग्जाम शुरू होने से आधे घंटे तक परीक्षा केन्द्र में दाखिल होने दिया जाता था. इस बार ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. बीएसईबी इसका पालन भी कर रहा है.
इंटर की परीक्षा में इस बार पटना के मिलर हाईस्कूल में एक अभ्यर्थी दो मिनट देरी से पहुंचा और उसे अंदर आने की अनुमित नहीं मिली. किसी भी हालात में परीक्षार्थियों के लिए जारी मूल एडमिट कार्ड में प्रिटेंड विषय और दूसरी तरह की जानकारी में संशोधन नहीं होगा. इसके अलावा जूते, मोजे के साथ परीक्षा केन्द्र नहीं आना होगा. परीक्षार्थी चप्पल पहनकर परीक्षा कक्ष दाखिल हो सकेंगे. ये निर्देश पिछली बार से लागू है.