Patna: नीतीश कुमार कैबिनेट (Nitish Kumar Cabinet Meeting) की मंगलवार को हुई बैठक में 17 एजेंडों पर मुहर लगी. इसमें सबसे बड़ा फैसला सरकार का बालू घाटों के टेंडर को लेकर लिया गया. सरकार ने बालू घाट के सभी टेंडर रद्द कर दिए, अब घाटों के नए सिरे से टेंडर जारी किया जाएगा. बंदोपस्ताधिकारियों की जमा राशि को वापस कर दिया जाएगा.


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वापस होगी जमा राशि
नया टेंडर वर्ष 2020 के गाइडलाइन के हिसाब से जारी होगा. कैबिनेट ने फैसला लिया है कि बालू बंदोबस्तधारियों की जमा 10 फीसदी राशि 267.83 करोड़ वापस की जाएगी. दरअसल, यह फैसला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देश पर सरकार ने लिया है.


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बाल्मिकीनगर में कंवेशन सेंटर और गेस्ट हाउस का होगा निर्माण
बता दें कि बिहार में कई बालू घाटों पर टेंडर का एक्सटेंशन किया गया था. 10 नवंबर 2021 को एक्सटेशन दिया गया था जिसे रद्द कर दिया गया. नीतीश कैबिनेट का दूसरा सबसे बड़ा फैसला बाल्मिकीनगर में कंवेशन सेंटर और गेस्ट हाउस का निर्माण करने से जुड़ा है. 


गेस्ट हाउस के निर्माण में 120.21 करोड़ रुपये होंगे खर्च
बिहार सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर का कंवेशन सेंटर के साथ-साथ गेस्ट हाउस बनाएंगी. कंवेशन सेंटर में 500 सीट्स होंगे. इसके अलावा चार ब्लाक का स्टेट गेस्ट हाउस बनेगा. गंडक नदी के किनारे बनने वाले इस गेस्ट हाउस में 102 कमरा होगा. यह मल्टीपर्पस के प्रयोग में आएगा. बिहार ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, नेपाल और केंद्रीय टीम के साथ बैठक यहां हो सकेंगी. पूरे निर्माण पर कुल 120 करोड़ 21 लाख रुपए खर्च आएगी.


8 जिलों में बनेगा नया छात्रावास
वहीं, बिहार सरकार पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को पढ़ने-लिखने का माहौल बना रही है. नीतीश कैबिनेट ने 8 और जिलों में नए छात्रावास बनाए जाने का फैसला ली है. 66 करोड़ की राशि से यह हास्टल बनेगा. नवादा, गोपालगंज, सहरसा, अरवल, पूर्णियां, अररिया, नालंदा और बक्सर में यह हास्टल बनेगा. चालू वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ की राशि जारी कर दी है. शेष राशि अगले वित्तीय वर्ष में जारी होगी. इस छात्रावास का निर्माण बिहार राज्य भवन निर्माण निगम करेगा.


सिमुलतला आवासीय विद्यालय जमुई में 127 पद का सृजन
कैबिनेट की बैठक में सिमुलतला आवासीय विद्यालय जमुई में 127 पद का सृजन किया गया है. यह स्थाई सृजन है. विद्यालय के लिए 1-1 प्राचार्य और उप प्राचार्य होंगे. शेष अन्य शिक्षक होंगे.
इसके साथ ही, नीतीश कैबिनेट की बैठक में एक साथ पांच डाक्टरों को सेवा से बाहर कर दिया गया है. चार डाक्टरों को बर्खास्त किया गया तो एक को जबरन रिटार्यमेंट दिया गया है .गया के अतरी पीएचसी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर कवींद्र प्रसाद सिंह को जबरन रिटायर किया गया है.


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5 डॉक्टरों को सेवा से किया गया बर्खास्त
वहीं, किशनगंज सदर हॉस्पिटल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी, छतरगाछ रेफरल अस्पताल के डाक्टर शिवानी सिंह, पूर्णियां सदर हॉस्पिटल के डॉक्टर. मो.सबाह अंसारी और गोपालगंज सिविल सर्जन कार्यालय के डॉक्टर असलम हुसैन को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. इन तमाम डाक्टरों को बिना बताए गैर हाजिर रहने को लेकर पर बर्खास्त किया गया है.