पटनाः Agneepath protest: अग्निपथ योजना को लेकर बिहार के कई जिलों में बीते चार दिन से हिंसक प्रदर्शन जारी है. इस बीच केंद्र सरकार ने गृहमंत्री के आदेश पर बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी समेत 10 भाजपा नेताओं को सीआरपीएफ द्वारा ‘वाई’श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है. सभी नेताओं के यहां शनिवार को केंद्रीय बल के 12 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. क्योंकि बिहार में अग्रिपथ योजना के खिलाफ लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उपमुख्यमंत्री और विधायको सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह सुरक्षा दी गई है. 
बिहार के किन बड़े नेताओं को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा 
केंद्र सरकार ने जिन बड़े नामों को वाई श्रेणी सुरक्षा देने का फैसला किया है. उनमें बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, बिहार भाजपा अध्यक्ष और पश्चिम चंपारण के सांसद संजय जायसवाल, बिस्फी विधायक हरिभूषण  ठाकुर, दरभंगा के विधायक संजय सरावगी और कुछ अन्य शामिल है. गृह मंत्रालय ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा मिली रिपोर्ट के आधार पर फैसला लिया गया है, जिसमें कहा गया था कि इन विधायकों और राजनेताओं को जान का खतरा था. ऐसे में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को इन भाजपा विधायकों के साथ अपनी वीआईपी सुरक्षा यूनिट के कमांडो को जल्दी से तैनात करने के लिए कहा गया है. 


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किन विधायकों पर हुआ है हमला
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने बताया कि हमें सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई है. कुल 12 जवान सुरक्षा में तैनात किये गये हैं. वहीं दरभंगा से विधायक संजय सरावगी ने भी इसकी पुष्टि की है. यह सीआरपीएफ की वाई श्रेणी का सुरक्षा घेरा है. अग्निपथ के विरोध में बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के आवास पर हमला और आगजनी की गई थी. कई रेलवे स्टेशन व ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. उसके बाद यह फैसला लिया गया है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया ने फोन पर हुई बातचीत में कंफर्म किया है.


वाई श्रेणी में कितनी मिलेगी सुरक्षा
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार वाई श्रेणी के सुरक्षा कवच में दो-तीन कमांडो होंगे. बिहार और कुछ अन्य राज्यों में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई.


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