पटना: भाकपा (माले) की पोलित ब्यूरो की दो दिनों तक पटना में चलने वाली बैठक गुरुवार को संपन्न हो गई. बैठक के बाद पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी का 11 वां महाधिवेशन (पार्टी कांग्रेस) अगले साल पटना में होगा. बैठक के बाद भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यसभा व अन्य अप्रत्यक्ष चुनावों में क्रॉस वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग द्वारा जारी नया निर्देश देश के संसदीय लोकतंत्र के लिए कोविड-19 साबित होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीजेपी-आरएसएस के बुलडोजर की चपेट में देश
उन्होंने कहा कि आज पूरा देश भाजपा और आरएसएस के बुलडोजर की चपेट में है, इसलिए आज पूरे देश में भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने की आवश्यकता है. ऐसी ही स्थिति में हमारी पार्टी का 11 वां महाधिवेशन (पार्टी कांग्रेस) पटना में 15-20 फरवरी 2023 तक प्रस्तावित है.


कांग्रेस करेगी विशाल रैली
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कांग्रेस के पहले दिन 15 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन होगा, जिसमें महागठबंधन के दलों के साथ-साथ बिहार व झारखंड के तमाम विपक्षी दलों को आमंत्रित किया जाएगा.


कांग्रेस को समर्थन देगी माले
माले महासचिव ने आगे कहा कि त्रिपुरा में विधानसभा की होने वाली चार सीटों के उपचुनाव में जुबरनगर सीट पर सीपीएम, सुरमा (एससी) सीट पर टिपरा मोथा और अरगतल्ला व बोर्डोवाली सीट पर कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है. झारखंड की मांडर सीट पर भी कांग्रेस को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है.


अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि हमने पूरे देश में तकरीबन 40 लाख खेत व ग्रामीण मजदूरों को खेग्रामस से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि बिहार में गांव-गांव में सदस्यता अभियान चल रहा है.


ये हुए शामिल
बैठक में पार्टी महासचिव के अलावा स्वदेश भट्टाचार्य, बिहार पार्टी सचिव कुणाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजाराम सिंह बगोदर से विधायक विनोद सिंह, झारखंड के राज्य सचिव मनोज भक्त सहित कई लोग शामिल थे.


ये भी पढ़ें-बिहार विधान परिषद चुनाव में नामांकन के दौरान एनडीए ने दिखाई एकज


(आईएएनएस)