Congress Iftar At Sadakat Ashram : बिहार में इफ्तार पार्टी के बहाने इन दिनों खूब सियासत हो रही है. बिहार कांग्रेस की ओर से बुलाई गई इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गैर मौजूदगी के मायने मतलब निकाले जा रहे है. इस इफ्तार पार्टी में विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद के कार्यकारी सभापति भी नहीं पहुंचे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 सीएम नीतीश कुमार को भेजा था न्यौता
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने इफ्तार पार्टी का सबको न्यौता भेजा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नहीं आने पर मदन मोहन झा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को कई और जगह जाना होगा, इसलिए वो इफ्तार में शामिल नहीं हो सके. हालांकि जेडीयू अध्यक्ष मंत्री श्रवण कुमार इस इफ्तार में नजर आए. अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि इफ्तार को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए.


जेडीयू नेताओं ने साधी चुप्पी
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पूरे देश मे बिहार से मैसेज जा रहा है. सांप्रदायिक सद्भाव का ये संदेश है. जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि ये आपसी भाईचारे का सन्देश है. बीजेपी नेताओं को नहीं बुलाए जाने पर जेडीयू नेताओं ने चुप्पी साध ली है.


ये भी पढ़ें- बिहार में लाउडस्‍पीकर विवाद पर सियासी संग्राम, भाजपा और JDU भी आमने-सामने


सदाकत आश्रम में कांग्रेस की इफ्तार पार्टी
बता दें कि सदाकत आश्रम में कांग्रेस की इफ्तार पार्टी रखी गई है. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे हैं. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. यह गर्माहट इसलिए भी है कि कांग्रेस और राजद के बीच मतभेद चल रहा है. अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इफ्तार पार्टी के बहाने दोनों पार्टियों में जरूर कोई अहम बातचीत हो सकती है.