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पटनाः यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेश के बाद जिस तरह से मंदर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं. योगी सरकार के उस फैसले ने अब बिहार की राजनीति का तापमान भी बढ़ा दिया है. बिहार में लाउडस्पीकर को लेकर राजनीतिक घमासान जारी हो गया है. यह विवाद अब यूपी की सीमा को लांघकर बिहार में प्रवेश कर गया है और यहां इसपर सियासी घमासान तेज हो गया है.
बिहार के भाजपा नेता उत्तर प्रदेश की तर्ज पर प्रदेश में हर जगह से लाउडस्पीकर हटाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि भाजपा नेताओं की इस मांग से जेडीयू सहमत नजर नहीं आ रही है और अपनी तरफ से स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में यह संभव नहीं है. इसके साथ ही बिहार की दो पार्टियां जो सत्ता में एक साथ सहभागी हैं वह आमने-सामने आ गई हैं और लाउडस्पीकर पर सियासी संग्राम शुरू हो गया है.
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जदयू नेता के नेता बीजेपी की इस मांग का विरोध कर रहे हैं, वहीं भाजपा की तरफ से इस मांग को जायज बताते हुए इसे समय की मांग तक कह दिया है. यूपी में जब से मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटाने की कवायद शुरू हुई है. बिहार में भाजपा के नेता इस पूरे मामले को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं और कहा जा रहा है कि यूपी सरकार के इस फैसले को बिहार में भी आत्मसात करना चाहिए. नीतीश सरकार में मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जनक राम ने यूपी सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को सराहते हुए कहा कि बिहार में भी इसे लागू किया जाएगा. उन्होंने साफ कहा कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाना सही फैसला है.
बता दें कि यूपी की योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर हटाने का मामला अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है. ऊपर से देश के कई हिस्सों से ऐसी मांगें सामने आने लगी है. लाउडस्पीकर को लेकर भाजपा मानती है कि इससे आम लोगों को परेशानी होती है ऐसे में इसे हटाना ही उचित कार्रवाई है. वहीं जदयू भाजपा के इस फैसले से सहमत होती नजर नहीं आ रही है. बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता श्रवण कुमार ने भाजपा की इस मांग पर साफ कह दिया है कि बिहार में यह संभव नहीं है. उनका सीधा तर्क है कि धार्मिक मामलों में किसी तरह की जोर जबरदस्ती नहीं की जा सकती है. वह कहते हैं कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए.
श्रवण कुमार ने आगे कहा कि यूपी में इसको लेकर क्या व्यवस्था है उसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. पहले से धार्मिक स्थलों पर जो पुरानी पद्धति चल रही है उसका पालन होना चाहिए और इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.