Danapur: राजधानी से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर बसा, दानापुर का सात पंचायत इलाका अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यहां के लोगों को अपने गांव से जाने-आने के लिए गंगा नदी को पार करना पड़ता है, जिसके लिए कई घंटे लग जाते हैं. दरअसल, पीपा पुल के खुलने से दानापुर दियारा की सात पंचायतों का संपर्क दानापुर से पूरी तरह से टूट जाता है. इस पीपा पुल के खोलने से दियारा के लोगों के पास सिर्फ और सिर्फ नाव का ही सहारा रह जाता है, जहां लाखों की आबादी प्रतिदिन गंगा नदी को नाव के जरिए पार करती है.


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घंटों में तय होता है कुछ दूरी का सफर
इस गंगा नदी को पार करने में लोगों को लगभग 1 से सवा घंटा लग जाता है. दरअसल, दानापुर  (Flood in Danapur) का यह सात पंचायत दियारा में बसा हुआ है और इन्हें रोजमर्रा के सामान के लिए प्रतिदिन दानापुर जाना होता है. यही नहीं गांव में कोई अचानक बीमार पड़ जाता है और उसे भी इलाज के लिए नाव से ही शहर लाना पड़ता है.


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हादसे की बनी रहती है आशंका
स्थानीय लोगों की माने तो कई बार नाव बीच नदी में फंस जाती है और कई बार नाव ओवरलोड (Overloaded Boats) के वजह से पलट जाती है लेकिन नाव से सफर करना उनकी भी मजबूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास कोई और रास्ता नहीं है.


नेता भूल जाते हैं वादा
ग्रामीणों ने बताया कि जब चुनाव नजदीक आता है तब नेताओं के द्वारा तरह-तरह की घोषणा की जाती है लेकिन चुनाव खत्म होते ही सारे नेता अपने वादा को  भूल जाते हैं. 


(इनपुट- इश्तियाक)