वैशाली:Flood Alert In Vaishali: पिछले साल की तरह इस साल भी वैशाली जिले पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. जिसको लेकर गंडक नदी के किनारे रहनेवाले लोगो के रातों की नींद उड़ गई है. एक ओर जहां लोगों मे बेचैनी है तो वहीं दूसरी तरफ जल संसाधन विभाग से लेकर जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ से पूर्व तैयारी पूरी कर लिए जाने का दावा किया जा रहा है.


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शोल कटिंग का काम युद्धस्तर पर
बिहार से सटे नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र पोखरा, भैरवा और भरतपुर में लगातार हो रही बारिश का असर वैशाली में भी देखने को मिल रहा है. आलम यह है कि दो दिन पहले वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़े गए ढाई लाख कयूसेक से अधिक पानी के पहुंचने को लेकर जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन ने कतावरोधी कार्य तेज कर दिया है.  वहीं गंडक नदी के बहाव को फैलाने के लिए शोल कटिंग का काम भी युद्धस्तर पर किया जा रहा ताकि नदी की चौड़ाई बढ़े जिससे बांध पर दवाब कम बन सके.


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प्रशासन 24 घंटे तैनात
बता दें कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा लालगंज प्रखंड के बलहा बसंता घाट पर औचक निरीक्षण किया गया था. जिसके बाद तिरहुत तटबंध पर विशेष निगरानी बरती जा रही है और जल संसाधन विभाग के साथ साथ प्रशासन की टीम को भी 24 घण्टे वहां तैनात किया गया है. हालांकि प्रशासन  द्वारा कराए जा रहे काम को स्थानीय लोग नाकाफी बता रहे है और वो इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर समय से पहले काम पूरा नहीं हुआ तो बाढ़ के कारण बड़ी तबाही मच सकती है. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल भी इस घाट पर काम कराया गया था लेकिन पानी बढ़ने के साथ ही सारा काम धराशाई हो गया. जिसके बाद यहां के लोग आक्रोशित हो गए थे. लोगों के आक्रोळ को देखते हुए एक महीने तक यहां पुलिस की तैनाती की गई थी. वहीं बाढ़ नियंत्रण और जल निःससरन विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि नदी की धार यहां तेज रहती है और नदी की चौड़ाई भी यहां कम है लिहाजा नाव के सहारे पोकलेन मशीन नदी की दूसरी तरफ ले जाकर सोल कटिंग का काम शुरू किया गया है ताकि नदी के बहाव को फैलाया जा सके जिससे बांध पर दवाब कम हो.