किशनगंजः Flood in Kishanganj:किशनगंज जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत खारुदह पंचायत के गोगोरिया गांव के ग्रामीण नदी कटाव से परेशान हैं. इस गांव में मेची नदी और कनकई नदी का संगम स्थल है. दोनों नदी का जलस्तर घटने कटाव तेज हो गया है. गांव में बने मस्जिद कनकई नदी के कटाव के करीब है. पिछले वर्ष नदी के कटाव से दर्जनों ग्रामीण गांव छोड़कर पलायन कर चुके है और जो भी ग्रामीण गांव में बचे है, वो भी इस बार अपने आशियाने को खुद उजाड़ कर दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं.


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गांव वालों ने दी चेतावनी


बाढ़ की आशंका में परेशान ग्रामीणों ने कटाव निरोधी कार्य करवाने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर समय रहते जिला प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कार्य नहीं हुआ तो लगभग 400 घरों के लोग बेघर हो जाएंगे साथ ही ग्रामीणों ने चेतावानी देते हुए कहा कि अगर दो दिनों के अंदर नदी में कटाव निरोधी कार्य नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. जबकि जिला पदाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जल निस्सरण विभाग के कार्यपालक अभियंता के द्वारा जिले के प्रायः कटाव क्षेत्रों में प्रोटेक्शन कार्य किया जा रहा है. छोटे छोटे कटाव क्षेत्रों में मनरेगा के तहत कार्य करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गोगरिया गांव के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, जल्द वहां भी प्रोटेक्शन कार्य किया जाएगा.


कटाव रोकने के लिए दिया ज्ञापन
ठाकुरगंज प्रखंड के खारुदह पंचायत के गोगरिया गांव की लगभग 50 परिवार कटाव के कारण कहीं अन्यत्र ऊंची जगह पर शरण लिए हुए हैं. खरीदा पंचायत वार्ड संख्या चार गोगरिया गांव के पीड़ितों ने जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री को ठाकुरगंज प्रखंड मुख्यालय से बैठक कर किशनगंज निकलने के क्रम में एक लिखित आवेदन जिसमें जल्द से जल्द कटाव रोधी कार्य कराने एवं विस्थापितों के पुनर्वास की मांग से संबंधित आवेदन किया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने शुक्रवार को खारुदह पंचायत के साथ पौआखाली नगर पंचायत के कटाव क्षेत्रों के निरीक्षण की भी बात कही और यथाशीघ्र कटाव रोधी कार्य कराने का आश्वासन भी दिया.


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