पटनाः संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना के बापू सभागार में महागठबंधन बैठक और कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान बिहार सरकार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार की खामियां सामने रखीं और केंद्र पर भी जमकर हमला बोला. तेजस्वी ने एक रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि बिहार सरकार हर मोर्चों और मौकों पर फेल रही है. इस दौरान तेजस्वी ने संघ को भी आड़े हाथ लिया है. 


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भाजपा से नहीं कर सकते कभी समझौताः तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार नागपुर से चलती है. विपक्ष की भूमिका लोगों को जागरूक करने के साथ साथ लोगों को गोलबंद करने की है सड़क से लेकर सदन तक हमने जातीगत गणना की लड़ाई लड़ी और जिसमें सफलता भी मिली यदि बीजेपी से मिल जाते तो सरकार बन जाती लेकिन ना तो लालू जी झुके और ना ही उनका बेटा ही झुका. हम कभी बीजेपी से समझौता नहीं कर सकते साम्प्रदायिक शक्तियों के सामने हम घुटना नहीं टेक सकते हम चोर दरवाजे से सरकार नहीं बनाते हैं. आज देश की जरूरत के लिए बिहार के गरीबों की जरूरत के लिए लड़ना होगा. जातीय जनगणना को लेकर लड़ाई लड़े तो जीत मिलेगी, सरकार को झुकना चाहेंगे तो जरूर झुकेगी. बीजेपी से अगर हम समझौता कर लेते तो आज तेजस्वी मुख्यमंत्री होता. उन्होंने नीतीश कुमार को अति महत्वकांशी व्यक्ति बताया, कहा कि वह घुटने टेक कर cm बने हुए हैं.


संघ पर भी बोला हमला
तेजस्वी ने इस दौरान संघ पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, संघ पूरे देश को हाइजैक करना चाहता है. इसकी लड़ाई हमलोगों को पुरजोर तरीके से लड़नी पड़ेगी. सरकार के आरोप पत्र को जारी करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिन्दू कभी खतरे में नहीं था और ना कभी होगा. खतरे में उनकी कुर्सी रहती है जो कहते हैं कि हिन्दू खतरे में हैं. अंतिम पायदान पर जो हैं उनकी रक्षा करना हमारा काम है. RJD प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने जो लड़ाई लड़ी थी, उससे भी बड़ी लड़ाई लड़नी है, जयप्रकाश जी को किडनी की बीमारी थी और लालू यादव को किडनी की बिमारी है. जयप्रकाश जी ने हार नहीं मानी थी, लालू यादव भी हार नही मानेंगे.


मोदी सरकार बदलने का दिया नारा
अतुलंजन ने कहा की नरेंद्र मोदी की सरकार में महंगाई, बोरोजगरी बढ़ रही है. उन्होंने नारा दिया कि महागठबन्धन की यह ललकार, बदलो-बदलो मोदी सरकार. कहा की राष्ट्रपति का चुनाव है लेकिन विपक्ष की पार्टी सोई हुई है. यह मंदिर खोज रहे हैं. देश कर्ज में डूबता जा रहा है चीन हमारी सीमाओ में घुसा हुआ है. आयात हम चीन से अधिक कर रहे हैं निर्यात चीन कम कर रहा है. कपड़ा धोने का रस्सी भी चीन से आती है, देश के सभी सरकारी संस्थान बेची जा रही हैं तोड़ दो कुतुब  मीनार और ताज महल, को एक बार में सभी को तोड़ दो. वही  दीपांकर भटाचार्य ने कहा की 1967 में एक बदलाव आया और कई राज्यो में गैर कांग्रेसी सरकार बनी उसी समय नक्सल बाड़ी निकली और हमारी पार्टी भी बनी. 1974 में छात्र-नौजवानो में उभार आया था. हम लोगों की लड़ाई अलग थी यानी कि लेफ्ट की और समाजवादियों की लड़ाई अलग थी, लेकिन दोनो आंदोलन को दबाने की कोशिश की गई है. आज 48 साल बाद हम एक हुए हैं.


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