Jyeshtha Purnima Upay: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर कुएं में चुपचाप डाल आएं एक चम्मच दूध, फिर देखिए होता है क्या
Jyeshtha Purnima Upay: ज्येष्ठ पूर्णिमा को जेठ पूर्णिमा या जेठ पूर्णमासी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गंगा स्नान, दान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस बार की ज्येष्ठ पूर्णिमा इसलिए भी खास है, क्योंकि इस साल का आखिरी ज्येष्ठ मंगलवार यानी बुढ़वा मंगल भी पड़ रहा है. ऐसे में जानिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कौन से उपाय किए जाने चाहिए.
पटनाः Jyeshtha Purnima Upay: ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि बहुत खास मानी जाती है. इस दिन वट यानी बरगद वृक्ष की पूजा की जाती है. ऐसे में इसे वट पूर्णिमा भी कहते हैं. पूर्णिमा की तिथि मन से संबंधित विकारों, मनोकामनाओं की पूर्ति और मानसिक शक्ति की मजबूती के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है. दरअसल पूर्णिमा तिथि का स्वामी चंद्रमा होता है. ज्योतिष में चंद्रमा मन का प्रतीक है. इसीलिए इस तिथि को मनोकामनाएं पूरी करने वाली तिथि कहा जाता है. इस दिन निर्जला एकादशी की तरह दिन भर प्यासे रहकर और फिर रात में चंद्र दर्शन के बाद जल पीने से मनोकामनाएं पूरी होती मानी जाती हैं.
ज्येष्ठ पूर्णिमा को जेठ पूर्णिमा या जेठ पूर्णमासी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गंगा स्नान, दान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस बार की ज्येष्ठ पूर्णिमा इसलिए भी खास है, क्योंकि इस साल का आखिरी ज्येष्ठ मंगलवार यानी बुढ़वा मंगल भी पड़ रहा है. ऐसे में जानिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कौन से उपाय किए जाने चाहिए.
इस उपाय से मिलेगा रुका हुआ धन
मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन धन की देवी माता लक्ष्मी भगवान श्री हरि विष्णु के साथ पीपल के पेड़ पर वास करती हैं. ऐसे में इस दिन यदि जो कोई एक लोटे में कच्चा दूध और बताशा डालकर पीपल पेड़ के जड़ में अर्पित करता है तो उसे रुका हुआ धन प्राप्त होता है. कारोबारी लोगों को इस दिन ये उपाय जरूर आजमाना चाहिए. इससे कारोबार में मुनाफा होता है और जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
विवाह टल रहा हो तो अपनाएं ये उपाय
ऐसे जातक जिनका विवाह नहीं हो पा रहा है या फिर विवाह बार-बार टल जा रहा है, उन्हें इस दिन सफ़ेद वस्त्र धारण कर के भगवान शिव का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करना चाहिए. इससे उनके जीवन में विवाह संबंधी समस्याएं खत्म होंगी. मान्यता है कि चंद्रमा की चांदनी रोशनी हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है. खासकर के वो महिलाएं जो गर्भवती हैं उन्हें इस दिन चांदनी रात में चंद्रमा की रौशनी को अपनी नाभि पर पड़ने देना चाहिए. इससे उनका गर्भ स्वस्थ रहता है.
वैवाहिक जीवन में आएगी शांति
वैवाहिक जीवन में सुख और शांति के लिए चंद्र देव को दूध का अर्घ्य देना चाहिए. इससे वैवाहिक जीवन में शांति आएगी और तनाव भी कम होगा. यह कार्य पति या पत्नी में से किसी एक द्वारा भी किया जा सकता है लेकिन यदि दोनों ही इस कार्य को करें तो और भी अच्छे परिणाम मिलेंगे.
माता लक्ष्मी की होगी खास कृपा
ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन दिन पर माता लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर पर 11 कौड़ियां चढ़ा कर हल्दी से तिलक लगाएं. इसके बाद अगली सुबह किसी लाल कपड़े में उन कौड़ियों को बांधकर उस स्थान पर रख दें जहां आप धन रखते हैं. माता लक्ष्मी की कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जायेगी. कुंडली में किसी प्रकार का ग्रह दोष हो तो इस दिन पीपल और नीम की त्रिवेणी के नीचे शिवाष्टक या फिर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. इससे उनके ग्रह दोष खत्म होंगे.
पूर्णिमा के दिन भाग्योदय के लिए किसी कुएं में जातकों को एक चम्मच दूध डालना चाहिए. इससे उन्हें उनके जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होगी.
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