Khagaria: बिहार के खगड़िया से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) में आपसी रंजिश में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मामला बेलदौर थाना के रोहियामा गांव का है, जहां पंचायत चुनाव को लेकर बैठक चल रही थी, उसी दौरान अपराधियों ने किशन चौधरी और हरबोल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद से बेलदौर थाना के रोहियामा गांव में दहशत का माहौल है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भरी पंचायत में हुई गोलीबारी
दरअसल, बेलदौर प्रखंड में 24 अक्टूबर को पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) को लेकर मतदान होना है और अगले महीने के पहले सप्ताह से नॉमिनेशन का काम शुरू हो जाएगा. इसी को लेकर रोहियामा गांव के किशन चौधरी और रिटायर्ड होमगार्ड के जवान हरबोल यादव के द्वारा पंचायत समिति के पद पर दावेदारी दी जा रही थी. दोनों की दावेदारी और विवाद को बढ़ता देख पंचायत के लोगों ने सामुदायिक भवन में सुलह के लिए एक पंचायत बुलाई, जिसमें दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. भरी पंचायत में गोलीबारी शुरू कर दी, इस गोलीबारी में किशन चौधरी और हरबोल यादव की मौत हो गई.


ये भी पढ़ें-समस्तीपुर में अपराधी हुए बेलगाम! रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार की दिनदहाड़े की हत्या


दोनों के बीच पहले से चल रही थी वर्चस्व की लड़ाई
बिहार में जारी पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Elections) के दौरान खूनी संघर्ष की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं है. अब तो पंचायत चुनाव से पूर्व जिले में हुए डबल मर्डर से खगड़िया पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किस तैयारी के आधार पर पुलिस जिले में 9 चरणों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने का दम भर रही है? सूत्रों के अनुसार, पुलिस पहले से जानती थी कि दोनों मृतक के बीच पहले से ही वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी, ऐसे में कोई कार्रवाई नहीं करना सवाल खड़े करता है. क्योंकि खुद खगड़िया एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आ रही हैं उसमें यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि मृतक किशन चौधरी और हरबोल यादव का पहले से ही आपराधिक इतिहास रहा है. 


पुलिस ने जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी का किया दावा
पंचायत समिति के पद पर दावेदारी को लेकर बुलाई गई बैठक में दोनों की हत्या हुई है. खगड़िया एसपी के अनुसार, इस मामले में जो लोग भी शामिल हैं, उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. उधर, किशन चौधरी के परिवार वालों का कहना है कि पंचायत चुनाव को लेकर ही पूरी घटना को अंजाम दिया गया है. सुलेखा देवी का कहना है कि उसके पति पंचायत समिति सदस्य पद के लिए चुनाव में खड़ा होना चाह रहे थे कि इसी दौरान कुछ लोगों ने उसके पति की गोली मारकर हत्या कर दी.


(इनपुट-हितेश)