पटना: बिहार के मोतिहारी और मुंगेर में 2022-23 में दो मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोले जाएंगे. इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. इन मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 150-150 सीटें होंगी. सरकार के स्तर पर इसकी मंजूरी मिल गई है. गुरुवार को विधानसभा में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने इसकी घोषणा की है. मंगल पांडेय ने कहा कि 2022-2023 में दोनों नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोले जाएंगे. इसे बनाने के लिए 16 हजार 134 करोड़ रुपये का बजट ध्वनिमत से पारित कर दिया. अब राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 8 से बढ़कर 20 पर पहुंच गई है. 


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पैथोलॉजी जांच सेवा केंद्रों की होगी स्थापना 
इसके अलावा पूर्व में घोषित 11 नये मेडिकल कॉलेज ए‌वं अस्पताल की स्थापना सीतामढ़ी, झंझारपुर, पूर्णिया, समस्तीपुर, सीवान, छपरा, बक्सर, जमुई, बेगूसराय, महुआ और आरा में की जा रही है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी एनएच पर 10 नये ट्रॉमा सेंटर खोले जायेंगे. नये वित्तीय वर्ष में सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए पंचवर्षीय स्वास्थ्य रोड मैप का निर्माण करेगी. सात निश्चय पार्ट-2 के तहत पैथोलॉजी जांच सेवा गांव-गांव तक उपलब्ध करायी जायेगी. निजी भागीदारी योजना से पैथोलॉजी जांच सेवा केंद्रों की स्थापना होगी. 


मुख्यमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य योजना के तहत आइटी आधारित सभी एप्लिकेशन्स को एक पटल पर लाने की कवायद शुरू की जा रही है. सभी अस्पतालों के उपकरणों के उपयोग की रियल टाइम मॉनीटरिंग की सूचना एकत्र करने और लोगों के स्वास्थ्य का इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड तैयार किया जायेगा. इसके अलावा कैंसर मरीजों के इलाज के लिए बिहार कैंसर केयर फाउंडेशन के स्थापना की स्वीकृति दी गयी है.


3 महीने में शुरू होगी एंबुलेंस सेवा 
राज्य में तीन महीने के अंदर एंबुलेंस सेवा शुरू हो जायेगी. फोन करने के बाद ही शहरों में 20 मिनट और गांवों में 35 मिनट में एंबुलेंस पहुंच जायेगी. इस सेवा के लिए एक हजार नई एंबुलेंस खरीदी जायेंगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब राज्य के सभी बीपीएल कार्ड धारक परिवारों को मिलेगा. इसके दायरे में राज्य के करीब 85% लोग आ जायेंगे. इस योजना के तहत 89 लाख परिवारों के इलाज के लिए 125 करोड़ रुपये के खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी.


3270 आयुष डॉक्टरों की होगी नियुक्ति
मंगल पांडेय ने कहा कि एनएच पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मदद की जा सके इसके लिए भी तैयारी की जा रही है. तुरंत मदद के लिए पहले चरण में दस ट्रामा सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं. कहा कि पिछले तीन वर्षों में 17 हजार नर्सों की नियुक्ति हो चुकी है. एक महीने में नौ हजार एएनएम व जीएनएम नर्सों की की जाएगी. इसके अलावा 3270 डॉक्टर नियुक्त होंगे.


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