Patna: बिहार विधानसभा भवन का शताब्दी वर्ष समारोह मनाया जा रहा है. शताब्दी वर्ष समारोह है लिहाजा इस बात कुछ खास इंतजाम किए गए हैं. इस कार्यक्रम में शिरकत करने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) पटना आएंगे. राष्ट्रपति 20 अक्टूबर को पटना आएंगे और दो दिनों तक प्रवास करेंगे, ऐसे में जोर-शोर से तैयारी की जा रही है. कार्यक्रम की तैयारी को लेकर विधानसभा में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन भी किया गया, जिसमे विधानसभा अध्यक्ष ने सभी पहलुओं पर चर्चा की.


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7 फरवरी 1921 को हुई थी पहली बैठक
विधानसभा अध्यक्ष ने इसी विषय पर चर्चा के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से भी उनके आवासीय कार्यालय में भेंट की थी. वहीं, राष्ट्रपति की यात्रा के बारे में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बताया कि 7 फरवरी 1921 को पहली बार विधानसभा की बैठक आयोजित की गई थी, लिहाजा इस भवन की एक गरिमा है, जिसे देखते हुए चरणणबद्ध तरीके से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसमें राष्ट्रपति का आगमन प्रमुख है.


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दो दिन पटना में रहेंगे राष्ट्रपति
उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति 20 अक्टूबर को राजभवन में विश्राम करेंगे और 21 अक्टूबर को अगले दिन विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे. इसी दिन रात्रि भोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.


कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी
जानकारी के अनुसार, बिहार विधानसभा (Bihar Vidhansabha) और विधान परिषद् (Bihar Vidhan Parishad) की संयुक्त बैठक के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी इस कड़ी में हो चुका है. शताब्दी वर्ष का शुभारम्भ कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया था और इसे भव्य बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा लगातार कोशिश कर रहे हैं, राष्ट्रपति के कार्यक्रम की स्वीकृति के बाद बैठक आयोजित की गयी जिसमे तय किया गया कि विधानसभा परिसर में ही कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा और बेहतर तरीके से मूर्त रूप दिया जायेगा जो यादगार रहेगा.


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कई वीवीआईपी कार्यक्रम में करेंगे शिरकत
शताब्दी वर्ष समारोह का पूरा कार्यक्रम विधानसभा परिसर में ही आयोजित किया जायेगा, जिसमे सभी माननीय सदस्य और पूर्व सदस्य विधानसभा, विधान परिषद् के आलावा यहां के सभी सांसद और पूर्व सांसद के साथ ही गणमान्य अतिथि शामिल होंगे. गौरतलब है कि राष्ट्रपति का बिहार से विशेष लगाव रहा है, क्योंकि रामनाथ कोविंद इससे पहले बिहार के राज्यपाल भी रह चुके हैं.