शराब की त्रासदी को रोकने में विफल रहने पर SHO और चौकीदार पर गिरी गाज, किया गया निलंबित
बिहार के वैशाली जिले में शराब की त्रासदी को रोकने में विफल रहने पर एक एसएचओ और एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया, जिसमें एक की जान चली गई और पांच लोग द्रष्टिहीन हो गए थे.
Vaishali: बिहार के वैशाली जिले में शराब की त्रासदी को रोकने में विफल रहने पर एक एसएचओ और एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया, जिसमें एक की जान चली गई और पांच लोग द्रष्टिहीन हो गए थे. वैशाली के एसएसपी मनीष कुमार ने बताया कि डीएसपी रैंक के एक अधिकारी द्वारा विस्तृत जांच के बाद निलंबन किया गया है.
12 अक्टूबर को राजपाकर प्रखंड के बैकुंठपुर गांव में छह लोगों के एक समूह ने शराब का सेवन किया था, जिसके बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि पांच की आंखों की रोशनी चली गई थी.
एसएसपी ने कहा, 'जांच के दौरान, यह पाया गया कि एसएचओ नौशाद आलम और चौकीदार अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में गलत कामों की जांच करने में विफल रहे. इसके अलावा, एसएचओ जहरीली शराब बेचने के लिए जिम्मेदार आरोपियों को गिरफ्तार करने में असमर्थ थे.'
इस बीच लोजपा (रामविलास) अध्यक्ष चिराग पासवान ने शुक्रवार को मोहम्मदपुर गांव में गोपालगंज शराब कांड के पीड़ितों से मुलाकात की थी. पासवान ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह विफल रही है.
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उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकार की विफलता के कारण गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, बेतिया और समस्तीपुर में शराब की त्रासदी हुई. पासवान ने मांग की, 'राज्य सरकार को परिवार के प्रत्येक सदस्य को 25 लाख रुपये और सरकारी नौकरी का मुआवजा देना चाहिए.' RJD ने प्रभावितों से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भी गोपालगंज और अन्य जिलों में भेजा था.
(इनपुट: आईएएनएस)