Union Budget 2022 Expectation: बिहार में बीते साल सरसों के तेल का भाव पूरे उबाल रहा है. रिकॉर्ड है कि मई से अगस्त के बीच सरसों के तेल का दाम 200 रुपये के आंकड़ों को छू गया था.
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बिहार: Union Budget 2022 Expectation: कुछ ही देर में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करने वाली हैं. इस बीच उनसे कई मामलों में राहत की उम्मीद की जा रही है. सबसे बड़ी आशा है कि बजट जरूर कुछ ऐसा होगा, जिसमें महंगाई से राहत मिल सके. खाद्यान्न में महंगाई लोगों को सबसे अधिक परेशान कर रही है. इसमें भी खाद्य तेल के बढ़े हुए दाम गृहस्थी में आग लगा रहे हैं. ऐसे में बजट-2022 (Union Budget 2022 Expectation ) से उम्मीद है कि खाद्य तेल के दाम तो कम किए ही जा सकते हैं.
बीते साल सरसों के तेल में था उबाल
बिहार में बीते साल सरसों के तेल का भाव पूरे उबाल रहा है. रिकॉर्ड है कि मई से अगस्त के बीच सरसों के तेल का दाम 200 रुपये के आंकड़ों को छू गया था. बिहार में सरसों के तेल को लेकर खास चिंता इसलिए थी क्योंकि इस राज्य का बहुत बड़ा वर्ग नीचे तबके का है और कम पूंजी वाला है. ऐसे में खान-पान में अगर कुछ न भी जुटे तो भी नमक-तेल सबसे बेसिक खान-पान होता है. बीते दो सालों में कोरोना की मार और फिर खाद्य तेल की महंगाई ने इस तबके बुरी तरह तोड़ दिया है.
200 रुपये लीटर था सरसों का तेल
मई 2021 की एक खबरों पर गौर करें तो राजधानी पटना में सरसों तेल की क़ीमत 200 को पार कर गई थी. पटना के बाजारों में सबसे ज्यादा बिकने वाला इंजन छाप सरसों तेल अभी 220 रुपये लीटर बिका था. इसके अलावा अन्य ब्रांड भी 170 रुपये से 195 रुपये प्रति लीटर की दर से बिके थे. खुला और कोल्हू की पेराई वाला तेल भी 175 रुपये से अधिक महंगा था.
ये स्थिति तकरीबन नवंबर तक रही थी. दीपावली के ठीक पहले खाद्य तेलों में 35 रुपये तक की गिरावट आई थी, तब सरसों के तेल के दाम 165 रुपये से 175 रुपये तक पहुंचे थे. हालांकि यह रेट भी अभी निचले वर्ग के लोगों की पहुंच से दूर है.
साल 2022 में मिली कुछ राहत
साल 2022 की भी बात करें तो नई साल की शुरुआत में सरसों के तेल के दाम औसतन 150 रुपये प्रति लीटर तक थे. हालांकि जनवरी के अंतिम दिन यानी 31 जनवरी को सरसों के तेल का रेट महज 151 रुपये प्रति लीटर पर रहा है. 29 जनवरी को औसतन सरसों का तेल 170 रुपये यानी जनवरी माह के अधिकतम स्तर तक पहुंचा था, जबकि इसी माह पहले सप्ताह में न्यूनतम स्तर 150 रुपये प्रति लीटर पर दर्ज किया गया था.
सरसों के तेल के इस चढ़ते जाते दाम से आम जनता सबसे अधिक परेशान है. Union Budget 2022 (Union Budget 2022 Expectation) से उम्मीद है कि सरसों के तेल, खाद्यान्य तेल के दाम में गिरावट आएगी.
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