हरियाणा-महाराष्ट्र में प्रचार खत्म होने के बाद झारखंड में बीजेपी झोकेगी ताकत
Advertisement

हरियाणा-महाराष्ट्र में प्रचार खत्म होने के बाद झारखंड में बीजेपी झोकेगी ताकत

बीजेपी बीते अगस्त में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर को झारखंड विधानसभा चुनाव का प्रभारी घोषित कर चुकी है. झारखंड में 2014 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद 28 दिसंबर को रघुबर दास के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी थी. 

बीजेपी चुनाव प्रबंधन में माहिर अपने नेताओं को तुरंत झारखंड के मोर्चे पर लगाएगी.

पटना: हरियाणा-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार खत्म होने के बाद बीजेपी चुनाव प्रबंधन में माहिर अपने नेताओं को तुरंत झारखंड के मोर्चे पर लगा देगी. फिलहाल ये नेता दोनों राज्यों के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार और संगठन के काम में व्यस्त हैं.

महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होना है और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. बीजेपी के एक नेता ने यहां पार्टी मुख्यालय पर मीडिया को बताया, 'हम दोनों राज्यों के नतीजों का इंतजार किए बगैर झारखंड पर फोकस करना शुरू कर देंगे क्योंकि अगला चुनाव वहां होने जा रहा है. झारखंड में बीजेपी मिशन 65 प्लस का लक्ष्य लेकर चल रही है.'

बीजेपी बीते अगस्त में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर को झारखंड विधानसभा चुनाव का प्रभारी घोषित कर चुकी है. झारखंड में 2014 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद 28 दिसंबर को रघुबर दास के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी थी. इस प्रकार दिसंबर में झारखंड विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने से पहले ही चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाएंगे. 

चुनाव आयोग की टीम हाल में राज्य का दौरा कर पार्टियों के नेताओं से चुनाव से जुड़े जरूरी मसलों पर चर्चा भी कर चुकी है. बीजेपी को छोड़ अन्य सभी दलों ने हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह एक ही चरण में चुनाव कराने की मांग की है. राज्य के संवेदनशील हालात को देखते हुए पिछली बार पांच चरणों में चुनाव हुए थे. बीजेपी इस बार भी पांच चरणों में चुनाव की मांग दोहरा रही है.

बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव में कुल 81 में से बीजेपी ने 43 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. वहीं 19 सीटों के साथ हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी. जबकि बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के आठ सदस्य चुने गए. (इनपुट IANS से भी)