आग से झुलसी महिला की मौत पर परिजनों का हंगामा, ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप
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आग से झुलसी महिला की मौत पर परिजनों का हंगामा, ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप

पिता गोखुल दास ने दहेज के लिए हत्या करने का आरोप पति तरुण दास सहित ससुराल के आठ लोगों पर लगाया है. 

महिला की मौत के बाद रोते-बिलखते परिजन.

धनबाद : दो महीने पूर्व आग से जली विवाहिता का इलाज के दौरान मौत हो जाने पर परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. साथ ही विवाहिता के पति सहित आठ लोगों पर दहेज़ के लिए हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी गई है.

बरवाअड्डा हडियाडीह की रहने वाली शोभा देवी का सरायढेला थाना क्षेत्र के हीरक रोड स्थित जेपी अस्पताल में बीते पचास दिनों से इलाज चल रहा था. आज उसकी मौत होने पर मायके वालों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया. मृतका के पिता का कहना है कि डॉक्टर उसे समय से ऑक्सीजन लगाते तो उसकी जान बच सकती थी. परिजनों का आरोप है कि समय से ऑक्सीजन नहीं दिया गया जिस कारण उसकी मौत हो गई. 

मृतका के पिता गोखुल दास ने दहेज के लिए हत्या करने का आरोप पति तरुण दास सहित ससुराल के आठ लोगों पर लगाया है. पिता का कहना है कि शादी के बाद से ही पति और उसके परिजनों द्वारा लगातार दहेज़ की मांग की जा रही थी. दहेज नहीं देने पर पति और ससुराल के अन्य लोगों ने उसकी बेटी को आग लगाकर जान से मार दिया. 

सिजुआ के रहने वाले गोखुल दास की बेटी शोभा की शादी 2005 में हुई थी. पांच मार्च 2018 को शोभा के पिता को उसके पति द्वारा फोन पर सुचना दी गई कि उसकी बेटी जल गई है और अशर्फी अस्पताल में भर्ती है. शोभा की स्थिति काफी ख़राब थी. पिता के दबाव देने के बाद पति शोभा को बोकारो बीजीएच में भर्ती कराया. ग्यारह दिनों के बाद पति वापस शोभा को घर पर ले आया.

घर पर 15 दिनों तक रखने के बाद शोभा को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. पीएमसीएच में चार दिनों के इलाज के बाद शोभा को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई.