बक्सर: एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर अपनी पीठ खुद थपथपाते नहीं थकते तो वहीं दूसरी तरफ उनके ही अधिकारियों के द्वारा शराबबंदी अभियान को फेल करने में लगे हुए हैं. जिसका ताजा उदाहरण बक्सर में देखने को मिला है. जहां उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक द्वारा काफी दिनों से शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ कर धड़ल्ले से उत्तर प्रदेश की सीमा से बिहार में मोटी रकम उगाही कर शराब की बड़ी - बड़ी खेप ठिकाने लगाया जाता था.


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मगर उनके इस राज से पर्दा उस वक्त उठ गया जब 21 जून 2024 को औद्योगिक थाना की पुलिस ने वीर कुंवर सिंह सेतु उत्पाद पोस्ट से यूपी के रास्ते बिहार में प्रवेश कर रही तीन गाड़ियों को गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा गया. जिसमें चार शराब तस्कर को गिरफ्तार किया गया था, गिरफ्तार शराब तस्करों के निशान देही पर उत्पाद विभाग के दो होमगार्ड जवान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार तस्कर एवं होमगार्ड के जवानों के मोबाइल से मिले साक्ष्य के आधार पर उत्पाद विभाग के अधीक्षक दिलीप पाठक के विरोध में कई साक्ष्य मिले थे. जिसे लेकर पुलिस पूरे मामले की जांच की तो उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक की संलिप्त में कई शराब माफियाओं के साथ उजागर हुई.


दिलीप पाठक शराब माफियाओं के साथ मिलकर शराब तस्करी करते थे. जिसको लेकर बक्सर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए उनकी गिरफ्तारी को लेकर आदेश जारी कर दिया. बक्सर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का आदेश जारी होते ही उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक कार्यालय छोड़कर फरार बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि वह सरकारी मोबाइल अपने जूनियर को सौंपते हुए फरार हो गए. उन्होंने अपना पर्सनल मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया है. जिसे पुलिस को लोकेशन नहीं मिल पा रही है.


इनपुट- अजय कुमार राय


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