बालिका गृह कांड : CBI की नजर नेताओं-अधिकारियों पर, हर रिपोर्ट में लिखा गया था OK
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बालिका गृह कांड : CBI की नजर नेताओं-अधिकारियों पर, हर रिपोर्ट में लिखा गया था OK

सीबीआई समाज कल्याण मंत्रालय की सहायक निदेशक से जानकारी इकट्ठा कर सकती है. 

सीबीआई कर सकती है नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबाआई) कर रही है. जांच एजेंसी के निशाने पर कई सफेदपोश हैं. कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ संबंधों को लेकर शहर के कई नेताओं से पूछताछ हो सकती है. पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के निजी सहायक अमरेश कुमार अमर से भी सीबीआई पूछताछ कर सकती है.

सीबीआई समाज कल्याण मंत्रालय की सहायक निदेशक से जानकारी इकट्ठा कर सकती है. मंत्री के निजी सहायक और निदेशक का नाम पुलिस जांच में सामने आया था.

जानकारी के मुताबिक, बालिका गृह कांड में सीबीआई समाज कल्याण विभाग के कई निलंबित अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. साथ ही विभाग के कई बड़े अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है. निलंबित रोजी रानी ने 11 बार बालिका गृह की जांच की थी. हर बार रिपोर्ट में ओके लिखा था.

मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को जेल अस्पताल से जेल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. ब्रजेश ठाकुर का अभी तक जेल के अस्पताल में इलाज चल रहा था. मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर फैसला लेते हुए उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया है. 

जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में ऐसी किसी बीमारी का जिक्र नहीं है, जिससे कि ब्रजेश ठाकुर अस्पताल में रहे. वह लंबे समय से जेल के अस्पताल में इलाज करा रहा था. वह एसकेएमसीएच में भी कई दिनों तक भर्ती रहा था.

अधीक्षक ने उठाए थे सवाल
खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के नए अधीक्षक ने सवाल उठाए थे, जिसके बाद उसे एसकेएमसीएच से जेल के अस्पताल में शिफ्ट किया गया. जेल के अस्पताल में भर्ती ब्रजेश ठाकुर की कारा अधीक्षक ने मेडिकल बोर्ड से जांच कराई.