चतरा: Chatra News: झारखंड के चतरा में सरकारी योजनाओं में लूट मची हुई है. कई ऐसी योजना है जिसे धरातल पर उतारने के बजाय कागजों पर पूरा दिखाकर राशि की निकासी कर ली गई है. बावजूद प्रखंड प्रशासन मौन है. कुछ ऐसा ही मामला प्रतापपुर प्रखंड के योगियारा पंचायत के बामी गांव में देखने को मिला है. जहां नाली और पनसोखा निर्माण के नाम पर 93622 हजार रुपए की अवैध निकासी की गई है.


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आदिवासी परिवारों को नहीं मिल रहा रोजगार
मजदूरों को घर के पास ही रोजगार मिले, इसके लिए सरकार की योजना चला रही है. इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते योजना फेल हो रही है. चतरा जिले के प्रतापपुर प्रखंड अंतर्गत योगीयारा पंचायत में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां पंचायत के पूर्व मुखिया पति बसंत पासवान ने बताया कि हमारे पंचायत के विभिन्न गांव में कई ऐसी योजनाएं हैं. जिसमें व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है. जहां 15वें वित्त आयोग की राशि के तहत पनसोख और नालों का निर्माण करवाना था, लेकिन बिना नाला का निर्माण किए सरकार के पैसे का उठाव कर लिया गया है.


सामने आई बड़ी अवैध निकासी
गरीब मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. वहीं पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि गरीब मजदूर रोजगार के लिए भटक रहे हैं. लेकिन इस पंचायत में गरीब मजदूर को रोजगार नहीं मिल पा पा रहा हैं. प्रशासन और बिचौलियों की मिलीभगत से योजनाओं में पैसों का बंदरबांट हो रहा है. गरीब मजदूर को रोजगार नहीं मिल रहा है. अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा की योजना में बड़े पैमाने पर लूट खसोट की जा रही है.


मामले की हर पहलू पर होगी जांच
वहीं इस पूरे मामले पर चतरा उपायुक्त रमेश घोलप ने बताया कि इस मामले की जानकारी आप लोगों के माध्यम से प्राप्त हुआ है. जहां योजनाओं के नाम पर बिना कार्य कराए ही योजना अवैध राशि निकासी कर लेने का मामला प्रकाश में आया है. जिसे लेकर जिला प्रशासन हर पहलू पर जांच कर दोषियों पर सख्त से सख्त से कार्रवाई करने की काम करेगी.
इनपुट- धर्मेन्द्र पाठक


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