Patna: राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में सरकार का पक्ष रखा. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना काल के दौरान सरकार के कार्यों का ब्यौरा सदन में दिया. सीएम नीतीश कुमार जैसे ही सदन में कोविड के दौरान सरकार के कामों का जिक्र करने लगे तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.


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'अरे सुन लीजिए भाई मेरी बात'
इस बात पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'अरे सुन लीजिए भाई मेरी बात... मानिए नहीं मानिए अच्छा लगे या अच्छा नहीं लगे ये आपका निर्णय है. आपकी बात हम सुने हैं, कहीं कुछ बोले हैं.' इसके साथ ही सीएम ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को नसीहत देते हुए कहा कि हम असीमित तक थोड़ी न रहेंगे. आप बात ध्यान से सुनेंगे तो आपको फायदा होगा. 


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'बिहार में सबसे अधिक कोविड जांच हुई'
इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि पूरे देश में 10 फीसदी सबसे ज्यादा कोरोना जांच बिहार में हुई है. हमने अधिकारियों से कहा है कि लोगों के बीच में जाकर कोविड जांच (Bihar Corona Testing) के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि बिहार में कोविड रिकवरी दर 99.2 फीसदी है. उन्होंने कहा कि अगर टेस्टिंग में कहीं कोई गड़बड़ी है तो उसकी जांच की जाएगी. साथ ही सीएम ने विपक्ष से अपील किया कि कोई भी सुझाव हो तो बेफ्रिक होकर दें, अगर शिकायत सही पाई गई तो सरकार जांच करेगी. 


'हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं'
सीएम ने कहा, हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि अगर किसी भी प्रतिनिधि के क्षेत्र में कोई कमी है तो उसकी शिकायत संबंधित विभाग के मंत्री या फिर हमसे पत्र या मिलकर कीजिए हम उसकी जांच कर दुरूस्त करने का काम करेंगे.' नीतीश कुमार ने कहा कि हमने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को दोबारा जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया है. दरअसल, विपक्ष का आरोप है कि बिहार में कोविड जांच में धांधली हुई है.


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