पटना: कोचिंग संस्थान खुलने से संचालक-छात्रों में खुशी, अच्छे से पढ़ाई होने की उम्मीद
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पटना: कोचिंग संस्थान खुलने से संचालक-छात्रों में खुशी, अच्छे से पढ़ाई होने की उम्मीद

कोविड-19 से छात्रों के बचाव को लेकर तमाम एहतियात के साथ पठन-पाठन चलेगा और हर कक्षा में आधी क्षमता में ही विद्यार्थी मौजूद रहेंगे.

कोचिंग संस्थान खुल जाने से छात्रों में भी खुशी दिखी.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: बिहार के 9वीं से 12वीं के स्कूल, कॉलेज, कोचिंग समेत अन्य शिक्षण संस्थान से खुल गए हैं. कोविड-19 से छात्रों के बचाव को लेकर तमाम एहतियात के साथ पठन-पाठन चलेगा और हर कक्षा में आधी क्षमता में ही विद्यार्थी मौजूद रहेंगे.

वहीं, राज्य के कोने-कोने से आए छात्र-छात्राओं का कहना है की ऑनलाइन क्लासेज से काफी दिक्कत आ रही थी वही अब ऑफलाइन क्लासेज होंगे तो अच्छी से पढ़ाई करेंगे. वहीं, शिखर कोचिंग के संचालक का कहना है कि एक लंबे समय से कोचिंग संस्थान बंद थे और वर्चुअल तरीके से पढ़ाई कराई जा रही थी. 

ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को उतना फायदा नहीं मिल पा रहा था जो ऑफलाइन माध्यम से मिलता है. पारंपरिक तरीके से होता है कोविड-19 का पूरी तरह से गाइडलाइन को पालन कर आधे बच्चों को क्लास में बैठा रहे हैं सभी लोगों को लगता है कि आगे आने वाला समय बेहतर होगा अभी खतरा टला नहीं है और एहतियात बरतना बहुत जरूरी है.

वहीं, गोल कोचिंग संस्थान के संचालक विपिन सिंह का कहना है कि 2020 में लॉकडाउन के कारण कोचिंग बंद हुए और एक लंबे अंतराल तक तक बंद रहे लेकिन अब गाइडलाइन के साथ कोचिंग खोलने का आदेश मिल गया है. ट्रैकिंग सिस्टम बंद होने के बाद फिर से शुरू करना एक चैलेंजिंग है क्योंकि यह वैश्विक महामारी है और इस से सीधा किसी भी व्यक्ति के जीवन का सवाल होता है भी बचना भी जरूरी है.

और बच्चों का कैरियर भी जरूरी है ऑनलाइन क्लास शुरू किया गया था लेकिन ऑनलाइन क्लास से अधिक ऑफलाइन क्लास से बच्चों को फायदा होगा.