Prashant Kishor: बिहार के मुसलमान क्यों RJD को ही देते हैं वोट? प्रशांत किशोर ने बताया कारण
Prashant Kishor News: प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमानों के पास लालू यादव की पार्टी राजद को वोट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता. पीके ने हाल ही में अपनी फेवरेट पार्टी का खुलासा किया था. उन्होंने खुद को कांग्रेस विचारधार के करीब बताया था.
Prashant Kishor News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में राजनीतिक गहमागहमी कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है. सभी दल अपने-अपने वोटबैंक को साधने में जुटे हैं. इसी बीच चुनावी रणनीतिकार और जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर के एक बयान ने सियासी पारे को काफी बढ़ा दिया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमानों की हालत SC-ST के बाद सबसे अधिक खराब है. उन्होंने इसके लिए लालू यादव को जिम्मेदार बताया. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार का मुसलमान सिर्फ राजद को ही वोट करता है.
उन्होंने कहा कि बिहार के मुसलमानों का कहना है कि चाहे जिएं चाहे मरें, भाजपा को तो वोट नहीं दे सकते. नीतीश कुमार का तो पता ही नहीं है कि कितनी देर लालटेन पकड़कर लटकेंगे और कब उछलकर कमल के फूल पर बैठ जाएंगे. इस कारण से वह फिर लालटेन को ही वोट दे देते हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमानों के पास लालू यादव की पार्टी राजद को वोट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता. पीके ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात करके आंध्र प्रदेश के राजनीतिक हलकों में चिंता बढ़ा दी.
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'नीतीश ने जो माहौल बनाया, उसे पंचर किया जा रहा...', इंडी गठबंधन को आनंद मोहन की सलाह
हालांकि, प्रशांत किशोर ने इसे 'शिष्टाचार मुलाकात' बताया है. बता दें कि 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. मीडिया से बात करते हुए पीके ने कहा, मैंने चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की. यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जो काफी समय से लंबित थी. मैंने उनसे मिलने का वादा किया था. सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इसकी तीखी आलोचना की है.
ये भी पढ़ें- हम कांग्रेस मुक्त भारत चाहते थे, पूरा विपक्ष सदन मुक्त होना चाहता है- निशिकांत दुबे
हाल ही में प्रशांत किशोर अपनी फेवरेट पार्टी का खुलासा कर चुके हैं. उन्होंने खुद को कांग्रेस विचारधार के करीब बताया था. उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस के साथ जा सकते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इसके लिए कांग्रेस को तय करना होगा.