Jitan Sahani Murder Case: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या मामले में पुलिस ने भले ही मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अब भी कई आरोपी फरार बताये जा रहे हैं. इसके अलावा पुलिस को अभी तक वह हथियार नहीं मिला है, जिससे जीतन सहनी की हत्या की गई थी. इसके चलते पुलिस की जांच पर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि सोमवार (15 जुलाई) की देररात अज्ञात अपराधियों ने जीतन सहनी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी. मंगलवार सुबह उनका शव दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल बाजार स्थित उनके आवास से बरामद किया गया था. अगले ही दिन यानी बुधवार को ही पुलिस ने मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया था.


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हालांकि, इसके बाद भी पुलिस अब तक हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर पाने में सफल नहीं हो सकी है. हथियार खोजने के लिए पुलिस ने पास के एक जलाशय के पानी को निकालकर देख लिया, लेकिन सफलता नहीं मिली. पुलिस अब मुख्य आरोपी को रिमांड पर लेने की तैयारी में है. दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी ने कहा कि पुलिस मुख्य आरोपी को रिमांड पर देने का न्यायालय से आग्रह करेगी, जिससे और पूछताछ की जा सके. आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस अब तक किसी को भी क्लीन चिट नहीं दे रही है. उस क्रम में मोबाइल नंबर का भी विश्लेषण किया जा रहा है. घटनास्थल से जो कागज, बाइक और अन्य सामान बरामद हुए हैं, उनका भी वेरिफिकेशन किया जा रहा है. 


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आरोपी द्वारा बताए गए अन्य आरोपियों का भी वेरिफिकेशन किया जा रहा है. पुलिस सावधानी बरत रही है कि कोई निर्दोष न फंसे. कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. दूसरी ओर वीआईपी का एक प्रतिनिधिमंडल भी बिहार के पुलिस महानिदेशक से मिला, वीआईपी नेताओं के डेलीगेशन ने डीआईजी को एक आवेदन पत्र देकर बिहार पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पुलिस पर ही जांच की दिशा भटकने की आशंका जताई है. मुकेश सहनी के चचेरे भाई पवन सहनी द्वारा लिखे आवेदन पत्र में कहा गया है कि इस हत्या मामले में पुलिस द्वारा मीडिया में दिए जा रहे बयान से अनुसंधान की दिशा भटकने की आशंका है. 


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उन्होंने कहा कि अपराध में उपयोग किये गए हथियार की भी बरामदगी नहीं हो पाई है. इसके अलावा जांच अब तक प्रारंभिक अवस्था में है. मीडिया में 10 जुलाई की रात का सीसीटीवी फुटेज चलाया जा रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि 10-15 लोग घटनास्थल के समीप लाठी डंडे के साथ खड़े हैं.