लखीसरायः Lakhisarai Firing Case: बिहार के लखीसराय के पंजाबी मोहल्ले में बीती 20 नवंबर को हुई अंधाधुंध फायरिंग और एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की घटना के मुख्य आरोपी आशीष चौधरी का घटना के नौवें दिन भी कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है. इससे अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.  


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पुलिस ने अपनी रणनीति बदलते हुए पंजाबी मोहल्ले में लखीसराय नगर परिषद के सभापति-सह-जेडीयू नेता अरविंद पासवान के घर सहित कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. बताते चलें कि गोलीबारी की घटना के बाद से पीड़ित परिवार नप सभापति पर आरोपित आशीष चौधरी को भगा देने का आरोप लगा रहे हैं. 


नेता प्रतिपक्ष सह क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने भी इसे अपना मुद्दा बना रखा था. चौतरफा हमला झेल रही पुलिस ने अपनी रणनीति बदलते हुए कई ठिकानों पर छापेमारी की. एसपी पंकज कुमार इस दौरान कबैया थाने से मामले को निगरानी करते रहे. एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में लखीसराय थानाध्यक्ष राजीव कुमार, कबैया थाना अध्यक्ष वैभव कुमार, डीआईजी की पूरी टीम एवं काफी संख्या में पुलिस बल ने पंजाबी मोहल्ला स्थित लखीसराय नप के सभापति के घर पर छापेमारी की.


सभापति के घर से निकलने के बाद पुलिस ने उसी मोहल्ले से नगर परिषद के संवेदक अशोक मोदी को उसके घर से हिरासत में ले लिया. घटना के दिन अशोक मोदी पर भी परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसने आरोपी को वहां से भगा दिया. छापेमारी के दौरान ही पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी आशीष चौधरी की एक स्कूटी बरामद की है. हालांकि पुलिस पूरी कार्रवाई पर चुप्पी साधे हुए है.


30 नवंबर को नरसंहार को लेकर बीजेपी देगी धरना  
जानकारी के मुताबिक 30 नवंबर को बीजेपी नरसंहार को लेकर समाहरणालय पर धरना देने जा रही है. जिसमें बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, बिहार विधानसभा में नेता प्रति पक्ष विजय कुमार सिन्हा सहित कई विधायक शामिल हो रहे हैं.
इनपुट- राज किशोर मधुकर


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