Manipur Violence: मणिपुर में फिर हिंसा! मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या, पुलिस के हथियार भी लूटे
बिष्णुपुर पुलिस ने बताया कि कुछ लोग बफर जोन को पार करके मैतेई इलाकों में आए और उन्होंने मैतेई इलाकों में फायरिंग की. उपद्रवियों की ओर से मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या कर दी गई और मैतई समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई है.
Manipur Violence News: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. प्रदेश में एक बार फिर से हिंसा की आग भड़क उठी है. शुक्रवार (4 अगस्त) की रात को मैतई समुदाय के 3 लोगों की हत्या कर दी गई, जबकि कई घरों को फूंक दिया गया. इस हिंसा के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. शनिवार (5 अगस्त) सुबह से ही विष्णुपुर के क्वाक्टा इलाके से जबरदस्त फायरिंग हो रही है. पुलिस भी जवाबी कार्रवाई कर रही है. यह गोलीबारी कुकी बहुल पहाड़ी इलाके से हो रही है. पहाड़ी इलाकों से बम और ड्रोन से हमला किया जा रहा है.
इससे पहले मैतई समुदाय पर हमला करके 3 लोगों की हत्या कर दी गई थी और कई घरों में आगजनी की कई थी. बिष्णुपुर पुलिस ने बताया कि कुछ लोग बफर जोन को पार करके मैतेई इलाकों में आए और उन्होंने मैतेई इलाकों में फायरिंग की. उपद्रवियों की ओर से मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या कर दी गई और मैतई समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई है. बता दें कि केंद्रीय सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा इलाके से 2 किमी से आगे तक बफर जोन बनाया है. इस इलाके में किसी को भी जाने इजाजत नहीं है.
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वहीं अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 अगस्त की सुबह बिश्नुपुर जिले के नरसेना में स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) 2 के हेडक्वार्टर से भारी मात्रा में असलहे लूट लिए गए थे. जानकारी के मुताबिक तकरीबन 500 की भीड़ ने IRB हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया था. केवल 30 मिनट में हमलावरों ने 400 से अधिक घातक हथियार और 22 हजार से अधिक गोलियां लूट ले गए थे. पुलिस के मुताबिक, ये सुबह पौने 10 बजे की घटना है. सुरक्षा बलों ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए 327 राउंड फायर किए. आंसू गैस के बीस गोले छोड़े गए, मगर उपद्रवियों का रास्ता नहीं रोका जा सका.
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सवाल उठता है कि मणिपुर में अधिकांश हिस्सों में सेना, असम राइफल, अर्धसैनिक बल और लोकल पुलिस की तैनाती के बावजूद उपद्रवी, आसानी से हथियार लूटने में कामयाब हो जाते हैं. बता दें कि मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है. 7 मई से पहले जो हिंसा हुई थी, उसमें करीब 4600 हथियार लूटे गए थे. उनमें AK-47, इनसास राइफल, LMG और कार्बाइन जैसे घातक हथियार भी शामिल हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने मणिपुर दौरे के दौरान अपील की थी कि बिना किसी देरी के लूटे गए हथियार जमा करा दें. तलाशी अभियान में जिन लोगों के पास हथियार मिलेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.