पटना: Chhatrapati Shivaji Play: राजधानी दिल्ली के लालकिला में 2 से 6 नवंबर के बीच छत्रपति शिवाजी के नाट्य का मंचन किया जाएगा. कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को भूमि पूजन किया. इस दौरान मंत्री ने कहा, 'भारत का इतिहास देशभक्ति और बलिदान का इतिहास है, समृद्धि का इतिहास है. युद्धनीति से लेकर राज्यव्यवस्था के लिए भी हमें शिवाजी से प्रेरणा मिलती है. शिवाजी ने आगे चलकर अटक से कटक तक हिंदवी स्वराज्य का भगवा परचम लहराया.'


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उन्होंने कहा कि शिवाजी के शासन-प्रशासन से हमें सीख लेने की जरूरत है. शिवाजी महाराज ने सेना के साथ ही नौसेना को भी मजबूत बनाया. समुद्र तट को सुरक्षित किया. 



अंग्रेजी में अनुवाद की व्यवस्था 
कार्यक्रम के संयोजक वैभव डांगे ने कहा कि शिवाजी के चरित को समझने के लिए राजा शिव छत्रपति महानाट्य को लोगों के बीच प्रचारित करने की जरूरत है. वेभव डांगे ने कहा कि भारतीयों के साथ ही विदेशी राजदूतों को भी नाटक देखने के लिए आमंत्रित किया गया है. लगभग पांच हजार विदेशी मेहमानों को नाटक दिखाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए नाटक का अंग्रेजी में अनुवाद की भी व्यवस्था की गयी है.


संस्कृति मंत्रालय कर रहा आयोजन
डांगे ने कहा कि विभिन्न स्कूलों में शिवाजी के जीवन चरित्र पर प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी. जिसमें दिल्ली के 20 हजार छात्रों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है.


कई देशों में हो चुका है मंचन
इस नाट्य का भारत, अमरीका और इंग्लैंड सहित दुनियाभर में 1000 से ज्यादा मंचन हो चुका है. चार मंजिला रंगमंच, 250 से ज्यादा कलाकार और घोड़े पर सवार सैन्यबल हमारे भीतर क्षत्रपति शिवाजी के जीवन चरित्र को उतारते चले जाते हैं. तोप, हाथी, घोड़े पर सवार सैनिक राजा शिव छत्रपति माहाट्य को सजीव बना देते हैं.