बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय में एक निजी शिक्षण संस्थान के संचालक की दबंगई का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक सरकारी विद्यालय में घुसकर हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर दी गई. इस दौरान विद्यालय में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. वहीं रजिस्ट्रेशन के रखे रुपये लूट लेने का भी आरोप पीड़ित शिक्षक द्वारा लगाए गया है. इस मारपीट में शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया. 


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अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया 
वहीं शिक्षक को आनन-फानन में घरवालों ने जख्मी प्रधानाध्यापक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वे इलाजरत हैं. घटना सदर प्रखंड अंतर्गत जिले के नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के वनद्वार गांव स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय की है. घायल शिक्षक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजौरा गांव के रहने वाले स्व. राम प्रताप गांधी के पुत्र प्रधानाध्यापक राज कुमार गांधी है. इस घटना के खिलाफ पीड़ित प्रधानाध्यापक ने नीमा चांदपुरा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपी निजी शिक्षण संस्थान के संचालक सहित अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है.


लगभग 76 हजार रुपये लेकर फरार 
जख्मी शिक्षक ने गांव में चल रहे निजी शिक्षण संस्थान के संचालकों पर आरोप लगाते हुए बताया कि अवैध रूप से टेन प्लस टू में वैसे छात्र को निबंधन कराने विद्यालय पहुंचे जो छात्र जिले से बाहर है और फर्जी सिग्नेचर कराकर रजिस्ट्रेशन कराना चाह. जिससे मेरे द्वारा इनकार करने पर विद्यालय के कार्यालय में घुसकर मारपीट करते हुए गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया और इंटर छात्र के रजिस्ट्रेशन की लगभग 76 हजार रुपये लेकर भाग गए. आरोप लगाया कि पूर्व में भी इस तरह की घटना को विद्यालय में अंजाम दिया गया था. जिसकी सामाजिक स्तर पर सुलह कर ली गई थी. 


बार-बार दोहराई जा रही ऐसी घटना 
जख्मी शिक्षक ने बताया कि काफी मेहनत और प्रोत्साहन के बाद विद्यालय में छात्रों की संख्या बढ़ गई है. पहले इस विद्यालय में कुल डेढ़ सौ छात्र–छात्रा पढ़ाई कर रहे थे और काफी प्रोत्साहन एवं मेहनत के बाद विद्यालय में मौजूद छात्र-छात्राओं की संख्या 14 सौ के लगभग हो गई है. घायल शिक्षक ने बताया कि छात्रों की बढ़ती संख्या से बौखलाकर निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक के द्वारा बार-बार ऐसी घटना को दोहराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जब से सरकारी स्कूल में अच्छी पढ़ाई होने लगी है, तब से ही निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक के द्वारा जबरन सरकारी स्कूल बंद करने पर उतारू है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकारी स्कूल में बेहतर सुविधा मिलने से प्राइवेट स्कूल जाना छात्र एवं छात्राओं ने छोड़ दिया है. जिसके कारण से लगातार इस तरह की घटना को निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक के द्वारा की जा रही है. 


पुलिस प्रशासन से लगाई उचित कार्रवाई की गुहार
फिलहाल जख्मी शिक्षक ने सदर अस्पताल में इलाजरत रहकर जिला पुलिस प्रशासन से उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. वहीं इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी उर्मिला राय ने बताया कि अभी तक इस घटना की जानकारी मुझे नहीं मिली है. अगर इस तरह की घटना प्रधानाध्यापक के साथ हुई है, तो गलत है. अगर प्रधानाध्यापक आरोपी के खिलाफ लिखित सूचना देगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में पीड़ित प्रधानाध्यापक एसपी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है.
इनपुट-जितेंद्र चौधरी


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