बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय के बाढ़ प्रभावित इलाकों का शुक्रवार को दौरा करेंगे. अपने अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे. बता दें कि बेगूसराय में प्रकृति की जबरदस्त मार पड़ रही है. आधा बेगूसराय गंगा के उफान से पानी-पानी हो रहा है तो आधा बेगूसराय सुखाड़ के कारण पानी के लिए परेशान है. बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी और साहेबपुर कमाल का आधा भाग गंगा से डूबा हुआ है.


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आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग 
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय जिले के बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी और साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के तटीय इलाकों में गंगा के बाढ़ से फसल क्षति के साथ बड़ी आबादी प्रभावित हुई है. आवागमन और आवासीय आबादी प्रभावित हुई है. आज प्रभारी मंत्री ने भी स्थिति की समीक्षा की है. राज्य सरकार बेगूसराय जिले को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करें. क्योंकि आधी आबादी बाढ़ और आधी आबादी सुखाड़ से प्रभावित है. 


किसान को दिए जाए 25-25 हजार मुआवजा 
मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय एक तरफ सुखाड़ से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ बाढ़ से जूझ रहा है. उन्होंने बिहार सरकार से निवेदन किया है कि जनजीवन अस्त व्यस्त है. घर डूब चुका है. फसल डूबकर बर्बाद हो चुकी है. जानवरों की मृत्यु हो रही है. इसलिए बिहार सरकार पूरे बेगूसराय जिले को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करें और प्रत्येक किसान को 25-25 हजार रुपए मुआवजा दें. 


हर साल मंडराता बाढ़ का खतरा 
हर साल बाढ़ आती है और अपने साथ तबाही का मंजर भी साथ लाती है. तबाही के इस मंजर में ना जाने कितने आशियाने उजड़ जाते है. तो कईयों की जिंदगी खत्म हो जाती है. बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के सिहमा गांव में इन दिनों कुछ ऐसे ही हालात हैं. गंगा में लगातार बढ़ रहे जल स्तर से पूरा सिहमा गांव का इलाका जलमग्न हो चुका है. वहीं जिला मुख्यालय और कई गांव को जोड़ने वाली तमाम सड़कें जलमग्न हो गई है. जिससे आवगामान भी एक बड़ी समस्या बन गई है.
(रिपोर्ट-राजीव कुमार)


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