दरभंगा: Darbhanga News: दरभंगा राज परिवार ट्रस्ट से जुड़े लॉकर से अरबों रुपया के आभूषण चोरी मामले में दरभंगा पुलिस ने SIT गठन कर जांच शुरू कर दी है. इधर हिरासत में लिए गए मैनेजर सहित तीन लोगों को पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया गया है. जरूरत पड़ने पर इन लोगों को पुनः बुलाने की बात कही गई है. इस मामले में दरभंगा पुलिस का कहना है कि सभी तथ्यों का अध्ययन किया जा रहा है और विधि सम्मत कार्रवाई होगी. वहीं दरभंगा महाराज के पौत्र कुमार कपिलेश्वर ने पूरे तथ्यों की जांच कर आभूषण के साथ-साथ जमीन जो बिना अनुमति बेची गई है उसे भी वापस करने की मांग की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस संबंध में कुमार कपिलेश्वर सिंह द्वारा दर्ज प्राथमिकी की जांच खुद सिटी एसपी शुभम आर्य के निगरानी में डीएसपी सदर अमित कुमार कर रहे है. इस मामले में सिटी एसपी ने बताया कि महारानी कामसुन्दरी देवी और कुमार कपिलेश्वर सिंह से पूछताछ की गई है. दोनो लोगों से कागजात प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. कुछ कागजात उपलब्ध कराए भी गए है. आगे जरूरत पड़ने पर एक बार फिर से दोनो लोगों से पूछताछ की जाएगी.


इस संबंध में कुमार कपिलेश्वर ने बताया कि 1882 इंडियन ट्रस्ट एक्ट के अनुसार कोई ट्रस्टी सिर्फ केयर टेकर होता है. भगवान का भोग कैसे लगे, भगवान का पूजा कैसे हो, सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कैसे हो, मंदिर का रखरखाव कैसे हो, पंडित का सैलरी कैसे मिले,इसे देखना है. यह नहीं की बंदर बांट करके आभूषण बेच देंगे, जमीन बेच देंगे. तब तो मूर्ति भी भेज दीजिए. हमने जो आरोप लगाया है वह मैनेजर ने एक्सेप्ट कर लिया है. ये सब बिका है. आखिर क्यों बिका है. बेचने का क्या तात्पर्य है, क्यों बेच सकते हैं. उनका राइट नही है. हम चाहते हैं कि पूरा इंक्वारी हो ,जो तथ्य है वह सामने आए. साथ ही आभूषण के साथ-साथ जो जमीन बिकी है,उसका भी जांच हो और वह वापस हो.