शेखपुरा : बारिश नहीं होने से किसान परेशान, बंद पड़े हैं सरकारी नलकूप
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शेखपुरा : बारिश नहीं होने से किसान परेशान, बंद पड़े हैं सरकारी नलकूप

बारिश नहीं होने के कारण लक्ष्य के आधे खेतों में भी रोपनी नहीं हो सकी है.

बारिश नहीं होने से शेखपुरा के किसान परेशान.

शेखपुरा : बारिश नहीं होने के कारण एक तरफ जहां लक्ष्य के आधे से भी कम भूमि में खरीफ की बुआई हो सकी है वहीं, विभिन्न प्रखंडों में किसान अपने बलबूते धान की रोपनी कर रहे हैं. बारिश नहीं होने के कारण खेतों में लगी धान की फसल दम तोड़ रही है. मजदूर की कमी और बिजली की आंख मिचौली से पटवन पर बुरा असर पड़ रहा है. किसान अन्य जिलों से मजदूर मंगवाकर खेती कराने के लिए विवश हैं.

शेखपुरा जिला में खरीफ फसल को लेकर 25000 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है. बारिश नहीं होने के कारण लक्ष्य के आधे खेतों में भी रोपनी नहीं हो सकी है. अब किसान मारा के भय से अपने संसाधनों से धान रोपनी का काम किसी तरह शुरू किए हैं.

सरकार द्वारा गाड़े गए 187 राजकीय नलकूप में से महज 85 नलकूप ही काम कर रहे हैं. किसानो के मुताबिक, सिर्फ कागजों में ही नलकूप चालू है. किसानों के बीच मजदूर का ना मिलना भी किसी जंग से कम नहीं है. अन्य जिलों से मजदूर मंगाकर किसी तरह धान की रोपनी कर रहे हैं.

वहीं, सहरसा से आए मजदूरों ने कहा कि सहरसा से बड़े पैमाने पर किसान मज़दूर को शेखपुरा बुलाते हैं. सहरसा से करीब दस हजार से ज्यादा मज़दूर शेखपुरा पहुंचे हैं, जो 10 दिनों तक काम कर वापस अपने जिला लौट जाएंगे.

डीएम ने जल्द बंद पड़े राजकीय नलकूप को ठीक कर चालू करने का आदेश दिए हैं. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि 25000 हेक्टेयर कि लक्ष्य के विरुद्ध जिला में मात्र 12780 हेक्टेयर भूमि में धान की रोपनी हुई है. शेखपुरा का जलस्तर भी 40 फीट नीचे चला गया है. किसानों को कृषि के लिए पानी लेने में कठिनाई होती है.