थाईलैंड से बोधगया आई विदेशी महिला बनी मां काली की भक्त, सोलह श्रृंगार कर की पूजा
बोधगया में थाईलैंड से चलकर आई महिला पर इन दिनों मां काली की भक्त बनी हुई है. वह पूरी तरह से मां काली की भक्ति में लीन हो चुकी है.
Gaya: देशभर में नवरात्रि का त्योहार जोरो शोरो से मनाया जा रहा है. आज नवरात्रि का नौवां दिन है. आज इसका समापन हो रहा है. वहीं, बिहार के गया में इन दिनों भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. वहीं, बोधगया में थाईलैंड से चलकर आई महिला पर इन दिनों मां काली की भक्त बनी हुई है. वह पूरी तरह से मां काली की भक्ति में लीन हो चुकी है.
बौद्ध धर्म अपनाने आई थी बोधगया
लोगों के मुताबिक थाईलैंड से आई महिला के ऊपर मां काली आई थी. वह थाईलैंड से बौद्ध धर्म अपनाने के लिए यहां आई थी. लोगों का कहना है कि बड़ी माई के सपने में मां काली का आना हुआ था. तभी से वह मां काली की उपासना कर रही हैं. यही नहीं बोधगया स्थित मां काली के मंदिर निर्माण में लाखों रुपए खर्च कर रही हैं. मंदिर से जुड़े लोग व आसपास के लोग उस महिला को बड़ी माई के नाम से जानते हैं. सोमवार को अष्टमी पूजा के दौरान बड़ी माई सोलह श्रृंगार कर पूजा कर रही थीं.
भक्तों ने छुए चरण
पूजा से उठते ही अचानक से उनके शरीर में विचित्र सा कंपन शुरू हुआ. उन्होंने दोनों हाथों को ऊपर उठा कर लोगों को आशीर्वाद देना शुरू किया. इसी बीच वह कुछ क्षण के लिए खुद को नहीं संभाल पाई और वह गिर पड़ीं. लेकिन दूसरे पल ही उन्हें उनके भक्तों ने संभाला और कुर्सी पर बिठाया. इसके बाद उनके चरण को छूने को भक्तों की भीड़ लग गई है।
2003 से हर नवरात्रि आती हैं बोधगया
बोधगया के रहने वाले पंकज कुमार ने बताया कि बड़ी माई 2003 में आई बोधगया आई थी. यहां आने के बाद वह मां की भक्त बन गई. वह मूल रूप से सिंगापुर की रहने वाली हैं और बनारस में रहती हैं. यहां नवरात्रि में आती हैं और मंदिर में पूजा पाठ करती हैं. साथ ही वह भव्य मंदिर का निर्माण भी करवा रही हैं.
रिपोर्टर- जय प्रकाश कुमार
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