कैमूर: Bihar News: कैमूर जिले के सभी प्रखंडों में पंच और सरपंच अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर आज सभी प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया. उनका कहना है कि सरकार ने ग्राम कचहरी बना दिया लेकिन हम लोगों को अधिकार कुछ नहीं दिया. हम लोगों की बातें थाने के लोग और न्यायालय भी नहीं सुनते हैं. इसलिए हम लोगों के दिए गए फैसलों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ,सबसे कम वेतन पर हम लोग ईमानदारी से काम करते हैं. लेकिन सरकार का ध्यान नहीं रहने से हम लोग अधिकार विहीन हो गए हैं. हम लोगों की मांगे नहीं मानी जाएगी तो अब चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा.


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इंद्रजीत भाई पटेल ने जानकारी देते हुए बताया अपने संघ के आह्वान पर कैमूर जिले के सभी पंच ,सरपंच सहित ग्राम कचहरी के सदस्य धरना प्रदर्शन प्रखंड मुख्यालयों पर कर रहे हैं. साल 2006 में जब से ग्राम कचहरी का चुनाव हुआ है तब से लेकर आज तक सरपंचों को कोई अधिकार नहीं मिला हुआ है. सबसे कम वेतनमान पर पूरे बिहार में हम लोग काम कर रहे हैं. जिसमें प्रतिदिन सिर्फ 16 रुपए ही हम लोगों को मिल पाता है. हमारी बातों को ना तो पुलिस मानती है और ना ही न्यायालय मानता है ,तो फिर कैसा हमारा अधिकार. सरपंच का चुनाव कराकर सरकार हम लोगों को फंसा कर रखी है.


साल 2006 से ही लगातार हम लोग अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन और विरोध कर रहे हैं. धरना पर पंच सरपंच न्याय मित्र सहित सभी लोग 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना पर बैठे हुए हैं. हमारी जो मुख्य मांगे हैं उनमें ग्राम कचहरी के दायरे में आने वाले विकास कार्यों को ग्राम कचहरी के माध्यम से कराया जाए. रक्षा दल चौकीदारों और आदेश पाल की बहाली कचहरियों में कराया जाए. ग्राम कचहरी द्वारा सुलझाए गए जमीनी विवाद के मामलों के आधार पर दाखिल खारिज कराया जाए. जमानती धाराओं में दर्ज होने वाले प्राथमिकी ग्राम कचहरी के अनुशंसा पर थानों में दर्ज कराई जाए सहित कई मांगे शामिल है.


इनपुट- मुकुल जायसवाल


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