नवादा सीट छिनने से आहत हैं गिरिराज सिंह, कहा- प्रदेश अध्यक्ष ही दे सकते हैं जवाब
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नवादा सीट छिनने से आहत हैं गिरिराज सिंह, कहा- प्रदेश अध्यक्ष ही दे सकते हैं जवाब

नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश हुई या नहीं, यह मैं नहीं जनता हूं.

नवादा सीट छिनने से नाराज हैं गिरिराज सिंह. (फाइल फोटो)

पटना : लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है. केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह की नवादा सीट लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के खाते में चली गई है. पार्टी के इस निर्णय पर उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की है. उनका कहना है कि नवादा की जनता से एक जुड़ाव हो गया था. उन्होंने यहां पांच साल में अच्छा काम किया.

गिरिराज सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से हमने नवादा में काम किया. हमारी लोकप्रियता होती तो हमें मजबूर किया जाता. कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता ही बना रहूंगा.

उन्होंने कहा कि नवादा और बेगूसराय दोनों की जनता से स्नेह बना रहेगा. नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश हुई या नहीं, यह मैं नहीं जनता हूं. उन्होंने कहा कि नवादा का सांसद था, इसी वजह से वहां से लड़ने का बयान दिया था.

गिरिराज सिंह ने कहा कि पिछली बार बेगूसराय से लड़ना चाह रहा था, लेकिन टिकट नहीं मिली. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे क्यों शिफ्ट किया गया, इसका जवाब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष देंगे. मैं नवादा नहीं गया था, इसलिए वहां क्या हुआ, नहीं जनता हूं.

इस दौरान उन्होंने कहा कि नवादा में रहूं या नहीं रहूं, लेकिन नवादा मेरे दिल में सदैव रहेगा. उन्होंने खुद को कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि कार्यकर्ता ही सबसे बड़ा चौकीदार है.