हजारीबाग में धड़ल्ले से चल रहा था लिंग परीक्षण का धंधा, पुलिस ने की छापेमारी
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हजारीबाग में धड़ल्ले से चल रहा था लिंग परीक्षण का धंधा, पुलिस ने की छापेमारी

हजारीबाग शहर में लिंग जांच और अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम के विरुद्ध हजारीबाग जिला प्रशासन ने कल देर रात बड़ी कार्रवाई की.

हजारीबाग में अवैध रूप से नर्सिंग होम चलाए जा रहे थे.

हजारीबागः झारखंड के हजारीबाग शहर में लिंग जांच और अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम के विरुद्ध हजारीबाग जिला प्रशासन ने कल देर रात बड़ी कार्रवाई की. जिसमें एक तकनीशियन को गिरफ्तार करते हुए, दो अल्ट्रासाउंड सेंटर और तीन नर्सिंग होम को सील कर दिया है. कार्रवाई का नेतृत्व डीडीसी विजया जाधव कर रही थी. 

हजारीबाग के नवाबगंज में संचालित सहारा अल्ट्रासाउंड, पूनम नर्सिंग होम, हेल्थ केयर के डॉक्टर जितेंद्र कुमार का अल्ट्रासाउंड क्लीनिक, सहाय नर्सिंग होम और जीवनदीप नर्सिंग होम को सील कर दिया गया. वहीं सहारा अल्ट्रासाउंड तकनीशियन चौपारण निवासी सुनील कुमार को गिरफ्त में ले लिया गया. यहां की अल्ट्रासाउंड मशीन को भी टीम ने जप्त कर लिया है.

देर रात तक ऐसे अल्ट्रासाउंड और नर्सिंग होम में छापेमारी की कार्रवाई चलती रही. इस कार्रवाई के बारे में डीडीसी विजया जाधव ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में लिंग परीक्षण के साथ-साथ कई अवैध नर्सिंग होम में भी चलाया जा रहा है. जिसके बाद जाल बिछाते हुए दो सहिया को बतौर एजेंट लगाया गया.

उन्होंने बताया कि दोनों सहियों ने एक गर्भवती महिला को लेकर सबसे पहले सहाय नर्सिंग होम पहुंची. जहां लिंग परीक्षण और अबॉर्शन की बात हुई. सहाय नर्सिंग होम में बताया गया कि यह परीक्षण सिद्धिविनायक कॉम्पलेक्स में संचालित जीतेंद्र के हेल्थ केयर सेंटर में होगा. सहिया उस पेशेंट को लेकर हेल्थ केयर पहुंची. वहां नवाबगंज मोहल्ले के अंदर संचालित सहारा अल्ट्रासाउंड का सुरेंद्र कुमार मौजूद था, जहां हेल्थ केयर के संचालक ने कहा कि पहले यहां जांच होता था अभी यहां नहीं होता है.

हालांकि, फिर उसने कहा कि चलिए हम कोशिश करते हैं जांच हो जाएगा लेकिन 5000 रुपये लगेंगे, इसमें आपको तत्काल एडवांस पैसे देने होंगे. 500 रुपये एडवांस लेकर एजेंट मरीज को सहारा ले गया वहां लिंग जांच कर ही रहा था कि टीम ने धावा बोल दिया. जांच करते सुरेंद्र कुमार को पकड़ा लिया गया जबकि, क्लीनिक संचालक फरार हो गया.

डीडीसी ने तत्काल सहाय ओम को सील कर दिया. डीडीसी विजया जादव ने कहा कि हजारीबाग जिले में लिंगानुपात चिंताजनक है. यहां 1000 में 851 लड़कियां हैं इसके बावजूद धड़ल्ले से लिंग परीक्षण जारी है. सील संस्थानों के नाम न तो रजिस्ट्रेशन के वेटिंग लिस्ट में है और न ही रिनुअल की लिस्ट में है.