Nawada News: नवादा के सदर अस्पताल में शनिवार (22 जुलाई) की देररात को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एसडीओ अखिलेश कुमार अचानक से निरीक्षण करने पहुंच गए. उनके साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी भी मौजूद थे. दरअसल, एसडीओ को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि सदर अस्पताल में काफी अव्यवस्थाएं हैं. पूरा अस्पताल दलालों के द्वारा संचालित किया जा रहा है. इन्हीं शिकायतों पर एसडीओ ने रात को छापा मार दिया. उनके इस औचक निरीक्षण से अस्पताल में मौजूद दलालों में हड़कंप मच गया. इस दौरान एसडीओ को अस्पताल में 2 प्राइवेट एंबुलेंस मिलीं, जिन्हें उन्होंने थाने भिजवा दिया.


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एसडीओ ने कहा कि उन्हें जानकारी मिल रही थी कि प्राइवेट एंबुलेंस के द्वारा मरीज को ले जाकर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. वहां मरीजों का शोषण किया जाता है. इस तरह की सूचना पर एक टीम गठन की गई थी और अचानक अस्पताल में धावा बोला गया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कई खामियां पाई गईं. सदर अस्पताल में ड्यूटी में तैनात रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड भी फरार नजर आए हैं. 


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उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति प्राइवेट एंबुलेंस को अगर अस्पताल में लगाते हैं, तो उन लोगों के विरोध कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. सरकारी अस्पताल में सरकारी एंबुलेंस की सुविधा पूरी तरह है. आम लोगों को गुमराह ना किया जाए, उनके जीवन से खिलवाड़ नहीं किया जाए. दलाली करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने सख्त आदेश दिया है कि दलालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जो लोग ड्यूटी से फरार है, उन लोगों पर भी करवाई की जाएगी. एसडीओ को शिकायत मिली थी कि दलालों के साथ मिलकर सदर अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को प्राइवेट अस्पताल भेज देते हैं. 


रिपोर्ट- यशवंत सिन्हा