इमरान अजीज/बगहा: यूपी-बिहार सीमा (UP-Bihar Border) पर स्थित पीपी तटबंध किनारे गंडक नदी में अवैध बालू खनन बेरोकटोक जारी है. इलाके के कई क्षेत्रों में बगैर बंदोबस्ती के खनन माफियाओं की चांदी कट रही है. गंडक नदी (Gandak River) में सुबह-सुबह जेसीबी मशीनों से खुदाई कर सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली में बालू लादा जा रहा है जो इस बात का पुख्ता सबूत दे रहे हैं कि प्रशासन इस मुद्दे को लेकर कितनी गंभीर है.


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सूचना के अनुसार, बिहार और यूपी की लाईफ लाइन पीपी तटबंध के किनारे सुबह से शाम तक हजारों टेलर अवैध बालू खनन कर माफिया बिहार और यूपी दोनो प्रदेशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में बेच रहे हैं. हालाकि, स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी शिकायत के बावजूद प्रशासन कोई एक्शन नही ले रहा है, लिहाजा लोगों में यह चर्चा आम है कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध बालू खनन कहीं प्रशासनिक मिली भगत तो नहीं है.


बता दें कि अवैध खनन के चलते एक ओर सरकार को लाखों रुपए राजस्व की क्षति हो रही है. वहीं, दूसरी ओर यूपी और बिहार सीमा के गंडक नदी पर बने पीपी तटबंध पर भी आने वाले बरसात और बाढ़ के दिनों में खतरे की संभावना जताई जा रही है. यहीं वजह है कि ग्रामीणों ने अभिलम्ब इसपर रोक और कार्रवाई की मांग की है.

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