बिहार: RJD में अंदरुनी कलह को शांत करने की कोशिश, जगदानंद-रघुवंश ने की गुप्त मुलाकात
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बिहार: RJD में अंदरुनी कलह को शांत करने की कोशिश, जगदानंद-रघुवंश ने की गुप्त मुलाकात

लालू प्रसाद के निर्देश पर रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी ऑफिस जाकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से शुक्रवार को गुप्त मुलाकात की. रघुवंश प्रसाद ने लालू प्रसाद से रांची में होनेवाली मुलाकात से पहले आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की है.

आरजेडी में मचे अंदरुनी घमासान को शांत करने की कोशिश की जा रही है.

पटना: आरजेडी में मचे अंदरुनी घमासान को शांत करने की कोशिश की जा रही है. लालू प्रसाद के निर्देश पर रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी ऑफिस जाकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से शुक्रवार को गुप्त मुलाकात की. रघुवंश प्रसाद ने लालू प्रसाद से रांची में होने वाली मुलाकात से पहले आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की है. हालांकि इस मुलाकात के जरिए दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच के विवाद को सुलझाने की कवायद माना जा रहा है. प्रशांत किशोर को लेकर जिस तरह रघुवंश प्रसाद के विचार जगदानंद सिंह से अलग आए हैं वैसे में दोनों नेताओं के बीच सुलह की कोशिश बेकार की कवायद मानी जा रही है.

चुनावी साल में आरजेडी के अंदरुनी घमासान पर पानी डालने की कवायद शुरु हो चुकी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और रघुवंश प्रसाद सिंह के बीच शुक्रवार को आरजेडी ऑफिस में गुप्त मुलाकात हुई. इस मुलाकात की जानकारी किसी को नहीं थी. रघुवंश प्रसाद सिंह ने रांची जाने से पहले प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की. आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के चैंबर में हुई ये मुलाकात इतनी गुप्त थी कि चैंबर का दरवाजा तक अंदर से बंद कर लिया गया था.

तीस मिनट तक हुई इस मुलाकात के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने संगठन को लेकर उनकी 11 मांगों पर गंभीरता से विचार किये जाने का आश्वासन दिया है. बूथ स्तर पर ग्रामीण विकास संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा. वहीं हरेक बूथ पर 11 से 21 सदस्यों की समिति को भी मंजूरी मिल चुकी है. हलांकि रघुवंश प्रसाद सिंह जगदानंद सिंह से किसी भी तरह का मतभेद होने से इन्कार कर दिया .

लेकिन एक बार फिर जगदानंद सिंह के विचार से अलग अपने विचार मीडिया के सामने रखा है. जगदानंद सिंह की ओर से पीके का विरोध किए जाने पर रघुवंश सिंह ने कहा कि पवन वर्मा और पीके ने अपनी पार्टी से बगावत की है और जिन मुद्दों को लेकर बगावत की है हम उन्हीं मुद्दों को लेकर लडाई लड रहे हैं. ऐसे में उनका विरोध साहसिक पहल है. हम उसका समर्थन करते हैं. हलांकि वो आरजेडी में आएंगे या नहीं ये फैसला पार्टी लेगी. पहले उनके आने की पहल तो होनी चाहिए.

मामले का दिलचस्प पहलू ये रहा कि दोनों नेताओं ने मीटिंग तो साथ की लेकिन मीडिया से बात दोनों नेताओं ने अलग अलग की. इधर जगदानंद सिंह ने रघुवंश प्रसाद सिंह से हुई मुलाकात पर कहा कि रघुवंश प्रसाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. शिवानंद तिवारी भी बीते दिनों अपने सुझाव देने आए थे. दोनों के बीच किसी तरह का विवाद नहीं है. ये विवाद मीडिया की उपज है.