NDA में सभी दलों के तीखे हुए तेवर, बीजेपी के खिलाफ इस मुद्दे पर एक साथ हैं LJP-JDU
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NDA में सभी दलों के तीखे हुए तेवर, बीजेपी के खिलाफ इस मुद्दे पर एक साथ हैं LJP-JDU

एनडीए के सहयोगी दल में आरएलएसपी पहले ही कई मौकों पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है. वहीं, एलजेपी भी पीछे नहीं है.

एलजेपी और जेडीयू दलित मुद्दे पर एक साथ दिख रही है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/पटनाः लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही गठबंधन और महागठबंधन में किसी न किसी मुद्दे पर घमासान मचा है. महागठबंधन में घमासान जारी है लेकिन वहीं, एनडीए में एक के बाद एक नए मुद्दों पर सहयोगी दलों की नजर तीखी होने लगी है. एनडीए के सहयोगी दल में आरएलएसपी पहले ही कई मौकों पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है. वहीं, एलजेपी भी पीछे नहीं है.

आरएलएसपी के साथ-साथ एलजेपी ने एनडीए में रहकर अपनी नजर टेढ़ी करनी पहले ही शुरू कर दी थी. लेकिन अब यह साफ-साफ दिखने लगा है. एलजेपी ने शुक्रवार को इशारों में ही कहा कि बीजेपी को समर्थन मुद्दों के आधार पर दिया है. दरअसल एलजेपी के नेता और रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने सरकार के कार्यों पर सवाल उठाए हैं. जस्टिस गोयल को एनजीटी का प्रमुख बनाने पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जातायी है.

उन्होंने एके गोयल की बर्खास्तगी की मांग की और कहा इससे दलित नाराज है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा नहीं किया गया तो, 9 अगस्त को दलित संगठन पूरे देश में आंदोलन करेगी जो पिछले आंदोलन से ज्यादा तीव्र होगा. और इसमें एलजेपी हिस्सा लेगी. चिराग पासवान की मांग है कि पुराने कानून को लागू करने के लिए सरकार 7 अगस्त बिल को तौर पर पेश करे.

वहीं, इस बयान के बाद जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि दलित के खिलाफ फैसला खतरनाक था. गोयल को इतनी जल्दी एनजीटी का प्रमुख बनाना जरूरी नहीं था. इससे दलितों में नाराजगी है. दलित संगठन की मांग है इसलिए चिराग पासवान के बयान का समर्थन करता हूं.

सरकार में रह कर उन्हीं के खिलाफ एनडीए के सहयोगी दल खड़े हो गए हैं. और मोर्चा खोलने की बात कर रहे हैं. एलजेपी के तीखे बयान पर जेडीयू नेता ने समर्थन किया है. इससे साफ है कि बीजेपी के लिए मुश्किल दौर शुरू हो रहा है. एनडीए के सहयोगी दलों ने जवाब दे दिया है कि बीजेपी की मनमानी नहीं चलने देंगे. एनडीए के दल एक-एक कर बीजेपी के खिलाफ बयान दे रहे हैं. ऐसे में एनडीए में बड़े उलट-फेड़ के संकेत दे रहे हैं.

वहीं, कांग्रेस ने चिराग पासवान के बयान और बीजेपी सरकार के खिलाफ तीखे तेवर देखकर खुश नजर आ रहे हैं. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि एलजेपी को जल्द से जल्द एनडीए से नाता तोड़ देना चाहिए. नहीं तो एलजेटपी की राजनीति खत्म हो जाएगी. बीजेपी खुद डूबेगी और इन्हें भी डूबा ले जाएगी.

उन्होंने कहा कि एके गोयल ने फैसला देकर दलित कानून को पंगू बना दिया. उन्होंने कहा कि अगर एलजेपी बीजेपी को छोड़ने का इरादा करें तो कांग्रेस उनसे बात करने पर विचार करेगी.